जाने माने इतिहासकार और विश्व भारतीय विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति डॉ सब्यसाची भट्टाचार्य का 80 साल की उम्र में 07 जनवरी 2019 को निधन हो गया। वे लंबे समय से बीमार कैंसर की बीमारी से जूझ रहे थे। वे जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी के इतिहास प्रोफेसर भी रहे और उन्होंने इंडियन काउंसिल ऑफ हिस्टोरियन रिसर्च के चेयरमैन के रूप में भी अपनी सेवाएं दी थी।
जाने-माने अभिनेता एवं लेखक कादर खान (Kader Khan) का 31 दिसम्बर को शाम छह बजे (कनाडाई समय) उनका निधन हो गया। 81 वर्षीय खान लंबे समय से बीमार चल रहे थे। उनके बेटे ने बताया कि अभिनेता का अंतिम संस्कार भी वहीं किया जाएगा। वह दोपहर को कोमा में चले गए थे। वह पिछले 16-17 हफ्तों से अस्पताल में भर्ती थे।'
बांग्ला फिल्मों के प्रसिद्ध निर्माता और निर्देशक मृणाल सेन का 95 साल की उम्र में 30 दिसम्बर 2018 को निधन हो गया। उन्हें 1981 में पद्मभूषण और 2005 में दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। मृणाल 1998 से 2000 तक राज्यसभा में मनोनीत सांसद भी रहे। उन्होने साल 1955 में अपनी पहली फीचर फिल्म 'रातभोर' बनाई थी।
महान असमिया गायिका दीपाली बोरठाकुर का 21 दिसंबर 2018 को निधन हो गया। वह 77 वर्ष की थीं। उन्हें वर्ष 1998 में भारत के चौथे सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्म श्री पुरस्कार से नवाजा गया था।
7 बार के पूर्व राष्ट्रीय तैराकी चैम्पियन अरुण कुमार शॉ (Arun Kumar Shaw)का लंबी बिमारी के बाद 06 दिसम्बर 2018 को निधन हो गया। वह 82 वर्ष के थे। अरुण बंगाल के पहले तैराक थे, जिन्हें साल 1967 में अर्जुन पुरस्कार मिला था। वह 1958, 1959, 1962, 1964, 1965, 1966 और 1967 में राष्ट्रीय चैंपियन बने थे। इस बीच उन्होंने कई राष्ट्रीय रिकॉर्ड भी बनाए। वह कई वर्षों तक राष्ट्रीय चयनकर्ता भी रहे थे।
अमेरिका के 41वें राष्ट्रपति जॉर्ज एच डब्लूय बुश का पार्किंसन की बीमारी के चलते 30 नवम्बर 2018 को निधन हो गया। बुश 94 वर्ष के थे और वह अमेरिका के 43वें राष्ट्रपति जॉर्ज बुश के पिता थे। आठ महीने पहले उनकी पत्नी बारबरा बुश (73) का भी निधन हुआ था।
बॉलीवुड फिल्मों के मशहूर प्लेबैक सिंगर मोहम्मद अजीज का 27 नवम्बर 2018 को दोपहर में निधन हो गया। वह 64 साल के थे। उन्होने मुख्यतः बंगाली और ओडिआ फ़िल्मों में गाने गाये थे।
प्रसिद्ध सितार और सुरबहार वादक तथा शास्त्रीय संगीतकार उस्ताद इमरत खान का 22 नवंबर, 2018 को अमेरिका में निधन हो गया। वह 83 वर्ष के थे। वह इटावा घराना से संबंधित थे। वह उस्ताद इनायत खान के बेटे थे। इमरत ने अपना जीवन दुनियाभर में सितार और सुरबहार के प्रसार के लिए समर्पित कर दिया था।
दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और पूर्व राज्यपाल मदनलाल खुराना का 27 अक्टूबर 2018 को देर रात राष्ट्रीय राजधानी में निधन हो गया। 15 अक्टूबर 1936 को पाकिस्तान के फैसलाबाद में जन्मे मदनलाल खुराना 82 वर्ष के थे। वह काफी लंबे समय से बीमार थे।
उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री एनडी तिवारी का 13 अक्टूबर 2018 को निधन हो गया। उनका निधन दिल्ली के मैक्स अस्पताल में उनके 93वें जन्मदिन के दिन हुआ। एनडी तिवारी पिछले एक साल से बीमार चल रहे थे।
अरबपति कारोबारी एवं माइक्रोसॉफ्ट के सह संस्थापक पॉल एलेन का 13 अक्टूबर 2018 को कैंसर के कारण निधन हो गया। वह 65 वर्ष के थे। पॉल एलेन ने 70 के दशक में बिल गेट्स के साथ मिलकर माइक्रोसॉफ्ट की नींव रखी थी।
स्वतंत्रता सेनानी और ओडिशा के पूर्व मंत्री डॉलागोबिंदा प्रधान का 93 साल की आयु में भुवनेश्वर में निधन हो गया है। वह देश के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के अनुयायी थे, उन्होंने 1942 में भारत छोड़ो आंदोलन में हिस्सा लिया और तत्कालीन ब्रिटिश सरकार के दौरान वह 3 वर्ष और 2 महीने तक कैद में रहे थे।
प्रसिद्ध अर्थशास्त्री प्रोफेसर विजयशंकर व्यास का 12 सितम्बर 2018 को 87 वर्ष की आयु मे जयपुर में निधन हो गया। प्रो. विजय शंकर व्यास को 2006 में भारत सरकार द्वारा पद्मभूषण से सम्मानित किया गया था। इसके अलावा उन्होंने प्रधानमंत्री अटल विहारी बाजपेयी और डॉ. मनमोहन सिंह के आर्थिक सलाहकार के सदस्य के रूप में भी अहम भूमिका निभाई थी। उनके परिवार में पत्नी व दो पुत्र हैं।
मलयालम फिल्मों के प्रसिद्ध निर्देशक के. के. हरिदास का 25 अगस्त 2018 को दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। उन्होंने अपना फिल्मी करियर 52 साल की उम्र में एक असिस्टेंट के तौर पर शुरू किया था। उन्होंने 80 के दशक में काम करना शुरू किया और उन्होंने अब तक कुल 20 फिल्मों का निर्देशन किया था।
संयुक्त राष्ट्र के पूर्व महासचिव कोफी अन्नान का 18 अगस्त 2018 को 80 वर्ष की आयु में निधन हो गया। उन्हें मानवीय कार्यों के लिए नोबेल शांति पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया था। वह संयुक्त राष्ट्र में शीर्ष पद तक पहुंचने वाले पहले अफ्रीकी थे। उन्होंने लगातार दो टर्म 1997 से 2006 तक महासचिव का पदभार संभाला था।
पूर्व भारतीय प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का 16 अगस्त 2018 को नई दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। वह 93 वर्ष के थे। उन्हें सन् 1992 में कला के क्षेत्र में पद्म विभूषण पुरस्कार से सम्मानित किया गया। अटल बिहारी वाजपेयी को राजनीति में अमूल्य योगदान के लिए भारत सरकार द्वारा वर्ष 2015 में देश के सर्वोच्च सम्मान ‘भारत रत्न’ से भी सम्मानित किया गया था। वह देश के पहले विशुद्ध गैर कांग्रेसी प्रधानमंत्री भी थे।