चित्तरंजन दास का जीवन परिचय: (Biography of Chittaranjan Das in Hindi)
चित्तरंजन दास एक प्रसिद्द भारतीय नेता, राजनीतिज्ञ, वकील, कवि तथा पत्रकार थे। एक महत्वपूर्ण राष्ट्रवादी नेता के साथ-साथ वो एक सफल विधि-शास्त्री भी थे। स्वाधीनता आन्दोलन के दौरान उन्होंने ‘अलीपुर षड़यंत्र काण्ड’ (1908) के अभियुक्त अरविन्द घोष का बचाव किया था। चित्तरंजन दास ने अपनी चलती हुई वकालत छोड़कर गांधीजी के असहयोग आंदोलन में भाग लिया और पूर्णतया राजनीति में आ गए थे।
Quick Info About Chittaranjan Das in Hindi:
नाम | चित्तरंजन दास |
जन्म तिथि | 05 नवम्बर 1870 |
जन्म स्थान | कोलकाता (भारत) |
निधन तिथि | 16 जून 1925 |
उपलब्धि | अखिल भारतीय ट्रेड यूनियन कांग्रेस के अध्यक्ष |
उपलब्धि वर्ष | 1924 |
चित्तरंजन दास से जुड़े महत्वपूर्ण तथ्य: (Important Facts Related to Chittaranjan Das)
- चित्तरंजन दास का जन्म 05 नवम्बर को कोलकाता में हुआ था।
- इनका पूरा नाम देशबंधु चित्तरंजनदास था।
- इनके पिता का नाम भुबन मोहन दास था, तथा यह कोलकाता उच्च न्यायालय में एक जाने माने वकील थे।
- सन् 1890 ई. में बी.ए. पास करने के बाद चितरंजन दास आइ.सी.एस्. होने के लिए इंग्लैंड गए और सन् 1892 ई. में बैरिस्टर होकर स्वदेश लौटे थे।
- चित्तरंजन दास ने अपनी चलती हुई वकालत छोड़कर गांधीजी के असहयोग आंदोलन में भाग लिया और पूर्णतया राजनीति में आ गए थे।
- चित्तरंजन दास ‘अलीपुर षड़यंत्र काण्ड’ (1908) के अभियुक्त अरविन्द घोष के बचाव के लिए बचाव पक्ष के वकील भी थे।
- वर्ष 1921 में अहमदाबाद में हुए कांग्रेस के अधिवेशन के ये अध्यक्ष थे।
- इन्होने ‘स्वराज पार्टी’ का गठन भी किया था।
- इन्होंने 1923 में लाहौर तथा 1924 में अहमदाबाद में ‘अखिल भारतीय ट्रेड यूनियन कांग्रेस’ की अध्यक्षता भी की थी।
- 16 जून 1925 को बीमारी के कारण इनकी मृत्यू हो गई थी।
जांचें कि आपने ऊपर क्या पढ़ा? प्रश्नोत्तरी:
साल 1923 में लाहौर तथा 1924 में अहमदाबाद में 'अखिल भारतीय ट्रेड यूनियन कांग्रेस' की अध्यक्षता किसने की थी?
Correct
Incorrect
चित्तरंजन दास ने बी.ए. की परीक्षा कब पास की थी?
Correct
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