रज़िया सुल्तान का जीवन परिचय: (Biography of Raziya Sultan in Hindi)
रजिया सुल्तान भारत की पहली शासिका थी। उसने लगभग 5 वर्षों तक दिल्ली की सल्तनत को संभाला था। रज़िया ने 1236 से 1240 तक दिल्ली सल्तनत पर शासन किया। भारतीय इतिहास में उनके नाम का महत्व इसलिए है नहीं कि वह एक महिला थी, बल्कि इसलिए है क्योकि वह किसी बड़े घराने से नहीं थी। उनके पिता इल्तुतमिश दिल्ली में कुतुबुद्दीन ऐबक के यहाँ सेवक के रूप में काम करते थे बाद में उन्हें प्रांतीय गवर्नर का पद दिया गया था।
Quick Info about First female ruler of Delhi:
नाम | रज़िया सुल्तान |
जन्म तिथि | 1205 |
जन्म स्थान | बूदोन, भारत |
उपलब्धि | दिल्ली की प्रथम महिला सुल्तान (शासिका) |
उपलब्धि वर्ष | 1236 |
रज़िया सुल्तान से जुड़े महत्वपूर्ण तथ्य: (Important Facts Related to Raziya Sultan)
- रज़िया सुल्तान का शाही नाम “जलॉलात उद-दिन रज़ियॉ” था।
- उनके पिता का नाम शम्स-उद-दिन इल्तुतमिश था।
- इल्तुतमिश पहला ऐसा शासक था, जिसने अपने बाद किसी महिला को उत्तराधिकारी नियुक्त किया था।
- रजिया ने मात्र 13 वर्ष की आयु में ही तलवारबाजी और घुड़सवारी में माहिर हो गयी थी और अपने पिता के साथ युद्ध के मैदान में जाने लगी थी।
- जब इल्तुतमिश की मौत हो गयी थी, तब उसके एक पुत्र रुक्नुदीन फिरुज ने रजिया से सत्ता हथिया ली थी। उसने 7 महीनों तक दिल्ली पर राज किया, लेकिन इल्तुतमिश की बहादुर बेटी ने 1236 में जनता के सहयोग से अपने भाई को हराकर फिर से सत्ता वापस हासिल कर ली थी।
- सिंहासन पर बैठने के बाद रज़िया ने अपने परम्पराओ के विपक्ष जाकर पुरुष सैनिको को कोट एवं पगड़ी पहनना अनिवार्य कर दिया।
- उन्होंने अपने राज्य में कई स्कूल और मंदिर बनवाये। उनके राज्य में सभी धर्म के लोग एक साथ रहते थे। हिन्दुओ के द्वारा किये गए कार्य व अविष्कार भी उन विध्यालयो में पढाये जाते थे।
- भटिंडा के गर्वनर मालिक इख्तिअर अल्तुनिया ने रजिया के प्रेमी याकूत की हत्या करवा दी थी और रजिया को जेल में डाल दिया गया।
- जब जेल में रज़िया सुल्तान रजिया विद्रोह से निकलने का प्रयास कर रही थी उस दौरान कुछ तुर्कीयो ने दिल्ली पर आक्रमण कर उसे गद्दी से हटवा दिया। अब रजिया के भाई बेहराम को सुल्तान घोषित कर दिया गया। अपने राज्य को बचाने के लिए रजिया ने धैर्य से काम लेते हुए भटिंडा के गर्वनर अल्तुनिया से विवाह करने का निश्चय कर लिया और अपने पति के साथ दिल्ली की तरफ कूच करने लगी।
- 13 अक्टूबर 1240 को बेहराम ने रजिया सुल्तान को हरा दिया और अगले ही दिन रजिया सुल्तान और उसके पति अल्तुमिया को दिल्ली की तरफ भागते वक़्त कुछ लुटेरो ने हत्या कर दी थी।