भारत के कौन-से राज्य में कौन-सी भाषा बोली जाती है पर आधारित सामान्य ज्ञान: भारतीय राज्य देश के संघीय प्रशासनिक ढाँचे की एक उप-राष्ट्रीय प्रशासनिक इकाई हैं। भारत के राज्यों की अपनी चुनी हुई सरकारें होती हैं, जिनका चुनाव उस राज्य के मतदाताओं द्वारा प्रति पाँच वर्ष की अवधि पर किया जाता है। प्रत्येक राज्य की अपनी विधानसभा भी होती हैं, जो राज्य स्तर पर भारत की संसद के समान ही हैं, जहाँ से राज्य सरकार, राज्य में शासन चलाती है। संसार में सबसे बड़ा गणतन्त्र, भारत गणराज्य में 28 राज्य और 9 केंद्र शासित प्रदेश हैं। राज्य का मुखिया मुख्यमंत्री होता हैं और केंद्र शासित प्रदेश का मुखिया को उप-राज्यपाल या प्रशासक कहा जाता हैं।

भारत के 28 राज्य और 22 भाषाओं के नाम

भारत अनेकता में एकता प्रदर्शित करने वाला देश हैं। यहाँ हर एक राज्य में अलग-अलग भाषाएँ बोली जाती हैं, रहन-सहन और बोली और संस्कृति भी हर 40-50 किलोमीटर में ही अलग दिखाई देती हैं। भारत में विभिन्नता का स्वरूप न केवल भौगोलिक है, बल्कि भाषायी तथा सांस्कृतिक भी है। हिन्दी भाषा को भारत की राजकीय और आधिकारिक भाषा का दर्जा प्रदान किया गया है और हिंदी भारत के 10 राज्यों की राजकीय भाषा है। एक रिपोर्ट के अनुसार भारत में 1652 मातृभाषायें प्रचलन में हैं, जबकि संविधान द्वारा 22 भाषाओं को राजभाषा की मान्यता प्रदान की गयी है।

भारतीय संविधान के अनुच्छेद 344 के अंतर्गत पहले केवल 15 भाषाओं को राजभाषा की मान्यता दी गयी थी, लेकिन 21वें संविधान संशोधन के द्वारा सिन्धी को तथा 71वाँ संविधान संशोधन द्वारा नेपाली, कोंकणी तथा मणिपुरी को भी राजभाषा का दर्जा प्रदान किया गया। बाद में 92वाँ संविधान संशोधन अधिनियम, 2003 के द्वारा संविधान की आठवीं अनुसूची में चार नई भाषाओं बोडो, डोगरी, मैथिली तथा संथाली को राजभाषा में शामिल कर लिया गया। इस प्रकार अब संविधान में 22 भाषाओं को राजभाषा का दर्जा प्रदान किया गया है। भारत में इन 22 भाषाओं को बोलने वाले लोगों की कुल संख्या लगभग 90% है। इन 22 भाषाओं के अतिरिक्त अंग्रेज़ी भी सहायक राजभाषा है और यह मिज़ोरम, नागालैण्ड तथा मेघालय की राजभाषा भी है। कुल मिलाकर भारत में 58 भाषाएँ  स्कूलों में पढ़ायी की जाती है। भारत के सभी राज्यों की प्रमुख भाषाओं के नाम निम्नलिखित है- 

भारत के 28 राज्यों में बोली जाने वाली 22 भाषाओं की सूची:

भारत के राज्य और केंद्र शासित प्रदेश भाषा अन्य भाषा
जम्मू एवं कश्मीर कश्मीरी डोगरी और हिंदी
हिमाचल प्रदेश हिन्दी पंजाबी और नेपाली
हरियाणा हिन्दी पंजाबी और उर्दू
पंजाब पंजाबी हिन्दी
उत्तराखंड हिन्दी गड्वाली, कुमाऊनी, उर्दू, पंजाबी और नेपाली
दिल्ली हिन्दी पंजाबी, उर्दू और बंगाली
उत्तर प्रदेश हिन्दी उर्दू
राजस्थान हिन्दी पंजाबी और उर्दू
मध्य प्रदेश हिन्दी मराठी और उर्दू
पश्चिम बंगाल बंगाली हिंदी, संताली, उर्दू, नेपाली
छत्तीसगढ़ छत्तीसगढी हिन्दी
बिहार हिन्दी मैथिली और उर्दू
झारखंड हिन्दी संताली, बंगाली और उर्दू
सिक्किम नेपाली हिन्दी, बंगाली
अरुणाचल प्रदेश बंगाली नेपाली, हिन्दी और असमिया
नागालैंड बंगाली हिन्दी और नेपाली
मिजोरम बंगाली हिन्दी और नेपाली
असम असमिया बंगाली, हिंदी, बोडो और नेपाली
त्रिपुरा बंगाली हिन्दी
मेघालय बंगाली हिन्दी और नेपाली
मणिपुर मणिपुरी, नेपाली, हिन्दी और बंगाली
ओडिशा ओरिया हिंदी, तेलुगु और संताली
महाराष्ट्र मराठी हिन्दी, उर्दू और गुजराती
गुजरात गुजराती हिंदी, सिंधी, मराठी और उर्दू
कर्नाटक कन्नड़ उर्दू, तेलुगू, मराठी और तमिल
दमन और दीव गुजराती हिंदी और मराठी
दादरा और नगर हवेली गुजराती हिंदी, कोंकणी और मराठी
गोवा कोंकणी मराठी, हिन्दी और कन्नड़
आंध्र प्रदेश तेलुगु उर्दू, हिंदी और तमिल
केरल मलयालम -
लक्षद्वीप मलयालम -
तमिलनाडु तमिल तेलुगू, कन्नड़ और उर्दू
पुडुचेरी तमिल तेलुगू, कन्नड़ और उर्दू
अंडमान और निकोबार द्वीप बंगाली हिंदी, तमिल, तेलुगू और मलयालम

अब संबंधित प्रश्नों का अभ्यास करें और देखें कि आपने क्या सीखा?

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राज्य और उनकी भाषाएं प्रश्नोत्तर (FAQs):

तमिल भाषा को अक्टूबर 2004 में केंद्र सरकार द्वारा शास्त्रीय भाषा का दर्जा दिया गया था (अब्दुल कलाम की अध्यक्षता के दौरान, तमिल, द्रविड़ भाषाओं में सबसे पुरानी, संस्कृत की तरह शास्त्रीय और अन्य भारतीय भाषा की तरह एक आधुनिक भाषा मानी जाती है।

हिंदी के बाद बंगाली दूसरी सबसे अधिक बोली जाने वाली भारतीय भाषा है। यह भारतीय भाषाओं में सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा है और इसका उपयोग पश्चिम बंगाल, त्रिपुरा और असम के विभाजित राज्यों में भी किया जाता है।

खासी और गारो दोनों भाषाएँ मेघालय राज्य की मुख्य भाषाएँ हैं। मेघालय, भारत का एक उत्तर पूर्वी राज्य खासी भाषा का उपयोग खासी जनजाति द्वारा किया जाता है, जबकि गारो भाषा का उपयोग गारो जनजाति द्वारा किया जाता है। इन दोनों भाषाओं को मेघालय की आधिकारिक भाषा के रूप में मान्यता प्राप्त है।

केरल की भाषा मलयालम है जो द्रविड़ परिवार की भाषाओं में एक है। मलयालम भाषा के उद्गम के बारे में अनेक सिद्धान्त प्रस्तुत किए गए हैं।

तमिल भाषा के ‘शिलप्पदिकारम’ और ‘मणिमेखलई’ नामक गौरव ग्रन्थ हिन्दू धर्म से संबंधित हैं। जिसमे शिलप्पादिकारम को 'तमिल साहित्य' के प्रथम महाकाव्य के रूप में जाना जाता है। और मणिमेकलई कवि चितलाई चतनार द्वारा रचित एक महाकाव्य है , जो कि आधुनिक तमिल साहित्य पाँच महाकाव्यों में से एक है।

  Last update :  Fri 2 Jun 2023
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