प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनजातीय गौरव दिवस के मौके पर झारखंड के खूंटी जिले से 24 हजार करोड़ रुपये की योजना प्रधानमंत्री विशेष रूप से कमजोर जनजातीय समूह (पीवीटीजी) विकास मिशन की शुरुआत की. इस मिशन से 18 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 75 पीवीटीजी को लाभ होगा, जो 220 जिलों के 22,544 गांवों में रहते हैं, जिनकी आबादी लगभग 28 लाख है। ये जनजातियाँ बिखरी हुई, सुदूर और दुर्गम बस्तियों में रहती हैं, अक्सर वन क्षेत्रों में। मिशन की योजना पीवीटीजी परिवारों और बस्तियों को सड़क और दूरसंचार कनेक्टिविटी, बिजली, सुरक्षित आवास, स्वच्छ पेयजल और स्वच्छता, शिक्षा, स्वास्थ्य और पोषण तक बेहतर पहुंच और स्थायी आजीविका के अवसरों जैसी बुनियादी सुविधाओं से संतृप्त करने की है।
इस तरह मिशन को सफल बनाया जायेगा
मिशन को नौ मंत्रालयों के 11 हस्तक्षेपों के साथ लागू किया जाएगा। उदाहरण के लिए, पीएमजीएसवाई, पीएमजीएवाई, जल जीवन मिशन आदि के तहत दूरदराज की बस्तियों को कवर करने के लिए कुछ मानदंडों में ढील दी जाएगी। इसके अलावा, प्रधान मंत्री जन आरोग्य योजना, सिकल सेल रोग उन्मूलन, टीबी उन्मूलन, 100% टीकाकरण जैसी योजनाओं के लिए संतृप्ति सुनिश्चित की जाएगी।
पीएम किसान योजना की 15वीं किस्त जारी
इस दौरान पीएम मोदी ने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत 18 हजार करोड़ रुपये की 15वीं किस्त भी जारी की, यह रकम प्रत्यक्ष लाभ भुगतान के तहत आठ करोड़ से ज्यादा लाभार्थियों के खाते में जाएगी.
कई विकास परियोजनाएँ
प्रधानमंत्री ने रेलवे, सड़क, शिक्षा, कोयला, पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस जैसे कई क्षेत्रों में 7200 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का उद्घाटन, राष्ट्र को समर्पित और शिलान्यास भी किया। इनमें एनएच 133 के महगामा-हंसडीहा खंड के 52 किमी लंबे खंड को चार लेन का बनाना, एनएच 114 ए के बासुकीनाथ-देवघर खंड के 45 किमी लंबे खंड को चार लेन का बनाना, केडीएच-पूर्णाडीह कोल हैंडलिंग प्लांट और नई शैक्षणिक और प्रशासनिक सुविधा शामिल है।
जनजातीय गौरव दिवस
बिरसा मुंडा का जन्मदिन जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाया जाता है. दो महीने की यह यात्रा कहानियों, नुक्कड़ नाटकों और प्रश्नोत्तरी के माध्यम से देश के दूरदराज के इलाकों तक केंद्र सरकार की योजनाओं का लाभ पहुंचाएगी। केंद्रीय जनजातीय मामलों के मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा, बिरसा मुंडा न केवल स्वतंत्रता सेनानी थे, बल्कि एक समाज सुधारक भी थे। प्रधानमंत्री मोदी अपनी धरती से विकसित भारत संकल्प यात्रा का शुभारंभ करेंगे. प्रधानमंत्री का मानना है कि आदिवासी समाज और क्षेत्र के विकास के बिना देश की विकास यात्रा पूरी नहीं हो सकती. उन्होंने कहा कि यात्रा देश के सभी पंचायतों और क्षेत्रों तक पहुंचेगी.