भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने 19 मई 2023 को 2000 रुपये के नोटों को चलन से वापस लेने का एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। हालाँकि ये बैंक नोट अब जारी नहीं किए जाएंगे, लेकिन वे कानूनी मुद्रा के रूप में अपनी स्थिति बनाए रखेंगे। नोट बदलने की सीमा 20,000 रुपए है। यानी 20000 रुपए के नोट एक बार में बदल जाएंगे।

इस फैसले के बाद विपक्षी दलों ने मोदी सरकार पर हमला बोला है. 500 और 1000 के पुराने नोटों के विमुद्रीकरण के बाद नवंबर 2016 में 2000 के नोट पेश किए गए थे। अब करीब सात साल बाद उन्हें वापस लिया जाएगा।

2000 रुपए के नोट बदलने की समय सीमा

आरबीआई गवर्नर ने कहा कि जिस किसी के पास 2,000 रुपये का नोट है, वह इसे अपने बैंक खाते में जमा कर सकता है या किसी अन्य मूल्यवर्ग की मुद्रा से बदल सकता है। 2,000 रुपये के नोट चार महीने यानी 30 सितंबर तक बदले या जमा किए जा सकते हैं। दास ने कहा, 'सिस्टम में पहले से ही पर्याप्त नकदी है। रिजर्व बैंक ही नहीं, बैंकों द्वारा संचालित करेंसी चेस्ट में पर्याप्त नकदी है।

2000 के नोट की वार्षिक सीमा

रिजर्व बैंक ने अपनी सालाना रिपोर्ट में 2000 रुपए के नोट को लेकर कई जानकारियां दी थीं। भारतीय रिजर्व बैंक की सालाना रिपोर्ट के मुताबिक साल 2017-18 के दौरान देश में 2000 के नोट सबसे ज्यादा चलन में रहे। वित्तीय वर्ष 2019-20, वित्तीय वर्ष 2020-21 और वित्तीय वर्ष 2021-22 में 2000 रुपये का एक भी नोट नहीं छापा गया है. इस वजह से बाजार में 2000 रुपए के नोटों का चलन कम हो गया है।

  News Date :  19 मई 2023
  News Category :  India
  Post Category :  May 2023