भारत को 15 दिसंबर 2022 को 36 राफेल लड़ाकू विमान मिल गए। वायुसेना ने कहा कि फ्रांस से उड़ान भरने के बाद यूएई वायुसेना के टैंकर विमान ने राफेल को हवा में ही ईंधन दिया। ये विमान करीब आठ हजार किलोमीटर की उड़ान भरकर भारत में उतरे। भारत और फ्रांस ने 2016 में एक अंतर-सरकारी समझौते पर हस्ताक्षर किए थे, जिसके तहत पेरिस भारत को लगभग 60,000 करोड़ रुपये की लागत से 36 राफेल लड़ाकू जेट प्रदान करने पर सहमत हुआ था। पांच राफेल जेट का पहला बैच 29 जुलाई, 2020 को आया था।

राफेल विमान की खासियतें?

  1. राफेल विमान एक मिनट में 60 हजार फीट की ऊंचाई तक उड़ान भर सकता है. इसकी ईंधन क्षमता करीब 17 हजार किलोग्राम है|
  2. राफेल की मारक क्षमता 3700 किलोमीटर तक है, स्काल्प की रेंज 300 किलोमीटर है|
  3. राफेल विमान एक बार में 24,500 किलो तक का वजन ले जा सकता है|
  4. यह विमान 60 घंटे की अतिरिक्त उड़ान भी भर सकता है|
  5. राफेल लड़ाकू विमानों की गति 2,223 किलोमीटर प्रति घंटा है|
  6. राफेल विमान 300 किलोमीटर की रेंज से हवा से जमीन पर हमला करने में सक्षम है|
  7. राफेल विमान 14 हार्ड पॉइंट के जरिए भारी हथियार भी गिराने की क्षमता रखता है|
  8. राफेल लड़ाकू विमान हर तरह के मौसम में एक साथ कई काम करने में सक्षम है. इसे मल्टिरोल फाइटर एयरक्राफ्ट के नाम से भी जाना जाता है|
  9. मल्टी टास्कर होने की वजह से राफेल एक ऐसा विमान है, जिसे किसी भी तरह के मिशन पर भेजा जा सकता है. भारतीय वायुसेना को इसकी काफी वक्त से जरूरत थी|
  10. यह ऐंटी शिप अटैक से लेकर परमाणु अटैक, क्लोज एयर सपॉर्ट और लेजर डायरेक्ट लॉन्ग रेंज मिसाइल अटैक में भी अव्वल है|

  News Date :  15 दिसम्बर 2022
  News Category :  Agreement
  Post Category :  December 2022