एबेल पुरस्कार विजेता – Abel Prize winners in Mathematics in Hindi
एबेल पुरस्कार क्या है?
एबल पुरस्कार यूरोप महाद्वीप के उत्तरी भाग में स्थित नॉर्वे सरकार द्वारा प्रतिवर्ष विश्व के प्रसिद्ध गणितज्ञों दिया जाने वाला एक प्रतिष्ठित सम्मान है।
एबेल पुरस्कार का संछिप्त विवरण
पुरस्कार का वर्ग | गणितज्ञ |
स्थापना वर्ष | 23 अगस्त 2001 |
पुरस्कार राशि | 6 मिलियन नार्वेजियन क्रोनर (7 लाख 76 हजार अमेरिकी डॉलर) |
देश | नॉर्वे |
प्रथम विजेता | जीन पियरे सेर्रे |
आखिरी विजेता | हिलेल फर्स्टेनबर्ग और ग्रेगरी मार्गुलिस (2020) |
एबेल पुरस्कार की शुरुआत कब हुई थी?
एबल पुरस्कार की शुरुआत 23 अगस्त 2001 में नॉर्वे के सबसे प्रसिद्ध गणितज्ञ “नील्स हेनरिक एबल” के सम्मान में हुई थी। तब से ही हर साल नॉर्वे सरकार द्वारा एक या एक से अधिक गणितज्ञों को दिया जाता है। इस पुरस्कार से सम्मानित होने वाले प्रथम व्यक्ति “जीन पियरे सेर्रे” थे, जिन्हें गणित के कई हिस्सों जैसे टोपोलॉजी, बीजीय ज्यामिति और संख्या सिद्धांत को आधुनिक रूप देने के लिए साल 2003 में इस पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
एबेल पुरस्कार 2018 के विजेता:
साल 2018 में गणित का एबल पुरस्कार कनाडा के गणितज्ञ “रॉबर्ट पी. लांगलैंड्स” को दिया गया था। इन्हें यह पुरस्कार रिप्रेसेंटेशन थ्योरी से नंबर थ्योरी को जोड़ने के अपने दूरदर्शी प्रोजेक्ट के लिए दिया जाएगा। रॉबर्ट पी. लांगलैंड्स को यह पुरस्कार 22 मई, 2018 को ओस्लो में आयोजित पुरस्कार वितरण समारोह में नॉर्वे के राजा हेराल्ड वी द्वारा प्रदान किया जाएगा।
एबेल पुरस्कार 2019 के विजेता:
साल 2019 में गणित का एबेल पुरस्कार एक अमेरिकी गणितज्ञ और आधुनिक ज्यामितीय विश्लेषण के संस्थापक “करेन केस्कुल्ला उहलेनबेक” को दिया गया हैं। इन्हें यह पुरस्कार “ज्यामितीय आंशिक अंतर समीकरणों, गेज सिद्धांत और पूर्णांक प्रणालियों में उनकी अग्रणी उपलब्धियों के लिए, और विश्लेषण, ज्यामिति और गणितीय भौतिकी पर उनके काम के मौलिक प्रभाव के लिए।” दिया गया है। वह ऑस्टिन में टेक्सास विश्वविद्यालय में गणित की प्रोफेसर एमेरिटस हैं, जहां उन्होंने सिड डब्ल्यू रिचर्डसन फाउंडेशन रीजेंट्स चेयर का आयोजन किया। वह वर्तमान में इंस्टीट्यूट फॉर एडवांस्ड स्टडी में एक प्रतिष्ठित विजिटिंग प्रोफेसर और प्रिंसटन यूनिवर्सिटी में एक वरिष्ठ रिसर्च स्कॉलर भी हैं।
एबेल पुरस्कार 2020 के विजेता:
18 मार्च 2020 को दो गणितज्ञों इजरायल के हिलेल फर्स्टेनबर्ग एवं रूसी-अमेरिकी ग्रेगरी मार्गुलिस को वर्ष 2020 के एबेल पुरस्कार से उनके “समूह सिद्धांत, संख्या सिद्धांत तथा कम्बिनेटोरिक्स में प्रायिकता एवं डायनामिक्स से पद्धतियों के प्रयोग” के लिए सम्मानित किया गया है।
वर्ष 2003 से अब तक एबेल पुरस्कार विजेताओं की सूची:
साल | विजेता का नाम | उपलब्धि |
2020 | हिलेल फर्स्टेनबर्ग और ग्रेगरी मार्गुलिस | “समूह सिद्धांत, संख्या सिद्धांत तथा कम्बिनेटोरिक्स में प्रायिकता एवं डायनामिक्स से पद्धतियों के प्रयोग।” |
2019 | करेन उहलेनबेक | “ज्यामितीय आंशिक अंतर समीकरणों, गेज सिद्धांत और पूर्णांक प्रणालियों में उनकी अग्रणी उपलब्धियों के लिए, और विश्लेषण, ज्यामिति और गणितीय भौतिकी पर उनके काम के मौलिक प्रभाव के लिए।” |
2018 | रॉबर्ट पी. लांगलैंड्स | रिप्रेसेंटेशन थ्योरी से नंबर थ्योरी को जोड़ने वाले प्रोजेक्ट के लिए। |
2017 | यवेस मेयर | तरंगिकाओं (छोटे लहरों) के गणितीय सिद्धांत के विकास में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका के लिए। |
2016 | एंड्रयू विल्स | अर्द्ध-स्थायी (semi stable) दीर्घवृत्तीय वक्र के लिए मॉड्युलरिटी अनुमान के माध्यम से फर्मट के अंतिम प्रमेय के शानदार प्रमाण के द्वारा संख्या सिद्धांत में एक नए युग की शुरूआत करने के लिए। |
2015 | जॉन एफ नैश, जूनियर लुई निरेनबर्ग | ज्यामितीय विश्लेषण के लिए गैररेखीय आंशिक अंतर समीकरणों के सिद्धांत और उनके अनुप्रयोगों में अभूतपूर्व और मौलिक योगदान देने के लिए। |
2014 | याकॉव सीनाई | गतिशील प्रणालियों, एर्गोडिक सिद्धांत और गणितीय भौतिकी के क्षेत्र में मौलिक योगदान देने के लिए। |
2013 | पियरे डेलिग्ने | बीजीय रेखागणित और संख्या सिद्धांत पर उसके परिवर्तनकारी प्रभाव, प्रतिनिधित्व सिद्धांत और संबंधित क्षेत्रों में महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए। |
2012 | एंड्रे ज़ेमेरेडी | असंतत गणित और सैद्धांतिक कंप्यूटर विज्ञान में योगदान के लिए और योज्य/संकलन (additive) संख्या सिद्धांत और एर्गोडिक सिद्धांत (ergodic theory) पर इन योगदानों के गहरा और स्थायी प्रभाव की पहचान करने के लिए। |
2011 | जॉन मिलनॉर | टोपोलॉजी, ज्यामिति और बीजगणित में उल्लेखनीय खोजों के लिए। |
2010 | जॉन टेट | संख्याओं के सिद्धांत पर अपने विस्तृत और स्थायी प्रभाव के लिए। |
2009 | मिखाइल ग्रोमोव | ज्यामिति में क्रांतिकारी योगदान देने के लिए। |
2008 | जॉन जी थॉम्पसन, जैक्स टिट्स | बीजगणित में गहन उपलब्धियों के लिए और विशेष रूप से आधुनिक समूह सिद्धांत को आकार देने के लिए। |
2007 | एस. आर. श्रीनिवास वर्धन | प्रायिकता सिद्धांत में योगदान देने के लिए और विशेष रूप से बड़े विचलन के एक एकीकृत सिद्धांत बनाने के लिए। |
2006 | लैनर्ट कार्लसन | हार्मोनिक विश्लेषण और चिकनी गतिशील प्रणालियों के सिद्धांत के लिए उनके गहन और महत्वपूर्ण योगदान के लिए। |
2005 | पीटर लैक | आंशिक विभेदक समीकरणों के सिद्धांत तथा उनके कार्यान्वयन के लिए और इन समीकरणों की गणना हेतु महत्वपूर्ण योगदान के लिए। |
2004 | माइकल अतियाह और इसाडोर सिंगर | सूचकांक प्रमेय की खोज और प्रमाण के लिए, टोपोलॉजी, ज्यामिति और उसके विश्लेषण को एक साथ लाने के लिए तथा गणित और सैद्धांतिक भौतिकी के बीच समन्वय स्थापित करने हेतु उनकी उत्कृष्ट भूमिका के लिए। |
2003 | जीन पियरे सेर्रे | गणित के कई हिस्सों जैसे टोपोलॉजी, बीजीय रेखागणित और संख्या सिद्धांत के आधुनिक रूप को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए। |
नीचे दिए गए प्रश्न और उत्तर प्रतियोगी परीक्षाओं को ध्यान में रख कर बनाए गए हैं। यह भाग हमें सुझाव देता है कि सरकारी नौकरी की परीक्षाओं में किस प्रकार के प्रश्न पूछे जा सकते हैं। यह प्रश्नोत्तरी एसएससी (SSC), यूपीएससी (UPSC), रेलवे (Railway), बैंकिंग (Banking) तथा अन्य परीक्षाओं में भी लाभदायक है।
एबेल पुरस्कार - महत्वपूर्ण प्रश्न और उत्तर (FAQs):
- प्रश्न: एबेल पुरस्कार के प्रथम विजेता कौन थे?उत्तर: जिन पियरे सेर्रे
- प्रश्न: एबेल पुरस्कार की स्थापना कब की गई थी?उत्तर: 23 अगस्त 2001 को
- प्रश्न: किस क्षेत्र में एबेल पुरस्कार दिया जाता है?उत्तर: गणितज्ञ में
- प्रश्न: एबेल पुरस्कार की राशि कितनी होती है?उत्तर: 6 मिलियन नार्वेजियन क्रोनर
- प्रश्न: एबेल पुरस्कार किसके द्वारा दी जाती है?उत्तर: नॉर्वे सरकार द्वारा
- प्रश्न: किसके सम्मान में एबेल पुरस्कार की शुरुआत की गई थी?उत्तर: निल्स हेनरिक एबल