वर्तमान भारतीय क्रिकेट टीम
भारत के पुरुषों की राष्ट्रीय क्रिकेट टीम, जिसे मेन इन ब्लू टीम इंडिया के नाम से भी जाना जाता है वर्तमान भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) द्वारा शासित है, और टेस्ट, वन-डे इंटरनेशनल (ODI) और ट्वेंटी -20 अंतर्राष्ट्रीय (T20I) स्थिति के साथ अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) का सदस्य है।
भारतीय राष्ट्रीय क्रिकेट का इतिहास:
18 वीं शताब्दी में ब्रिटिश नाविकों द्वारा भारत में क्रिकेट की शुरुआत की गई थी, और पहला क्रिकेट क्लब 1792 में स्थापित किया गया था। लेकिन भारत की राष्ट्रीय क्रिकेट टीम ने लॉर्ड्स में 25 जून 1932 तक अपना पहला टेस्ट मैच खेला, और टेस्ट क्रिकेट का दर्जा पाने वाली दुनिया की छठी टीम बन गई। वर्ष 1848 में, बॉम्बे में पारसी समुदाय ने ओरिएंटल क्रिकेट क्लब का गठन किया, जो भारतीयों द्वारा स्थापित किया जाने वाला पहला क्रिकेट क्लब था। धीमी शुरुआत के बाद, यूरोपीय लोगों ने अंततः 1877 में एक मैच खेलने के लिए पारसियों को आमंत्रित किया। 1912 तक, बॉम्बे के पारसी, सिख, हिंदू और मुसलमानों ने हर साल यूरोपीय लोगों के साथ एक चतुष्कोणीय टूर्नामेंट खेला। 1932 से भारत को अपनी पहली टेस्ट जीत के लिए लगभग 20 वर्षों तक 1952 तक इंतजार करना पड़ा। लेकिन अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट के अपने पहले पचास वर्षों में, भारत कमजोर टीमों में से एक थी, जिसने पहले खेले गए 196 टेस्ट मैचों में से केवल 35 में जीत दर्ज की थी। भारत ने अपनी पहली टेस्ट जीत दर्ज की, अपने 24 वें मैच में, 1952 में मद्रास में इंग्लैंड के खिलाफ। बाद में उसी साल, उन्होंने अपनी पहली टेस्ट श्रृंखला जीती, जो पाकिस्तान के खिलाफ थी। उन्होंने 1956 में न्यूजीलैंड के खिलाफ श्रृंखला जीत के साथ 1950 के दशक की शुरुआत में अपना सुधार जारी रखा। 1989 और 1990 में सचिन तेंदुलकर और अनिल कुंबले को राष्ट्रीय टीम में शामिल करने से टीम में और सुधार हुआ। अगले वर्ष, अमर सिंह के बाद से जवागल श्रीनाथ, भारत के सबसे तेज गेंदबाज हैं। 1996 के क्रिकेट विश्व कप के सेमीफाइनल में घरेलू मैदान पर पड़ोसियों द्वारा श्रीलंका को खत्म करने के बाद, टीम ने एक साल का बदलाव किया, क्योंकि सौरव गांगुली और राहुल द्रविड़, बाद में टीम के कप्तान बने, लॉर्ड्स में उसी टेस्ट में पदार्पण किया। तेंदुलकर ने 1996 के अंत में अजहरुद्दीन को कप्तान के रूप में प्रतिस्थापित किया, लेकिन एक व्यक्तिगत और टीम के रूप में मंदी के बाद, तेंदुलकर ने कप्तानी छोड़ दी और 1998 की शुरुआत में अजहरुद्दीन को फिर से बहाल कर दिया गया। कप्तानी का बोझ हटाए जाने के साथ, तेंदुलकर दोनों टेस्ट मैचों में दुनिया के अग्रणी रन-स्कोरर थे। सौरव गांगुली की कप्तानी और भारत के पहले विदेशी कोच जॉन राइट के मार्गदर्शन में भारतीय टीम ने बड़े सुधार किए। भारत ने 2001 में जीत के बाद टेस्ट श्रृंखला में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपने नाबाद घरेलू रिकॉर्ड को बनाए रखा। यह श्रृंखला कोलकाता टेस्ट मैच के लिए प्रसिद्ध थी, जिसके बाद भारत टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में केवल तीसरी टीम बन गई जिसके बाद टेस्ट मैच जीता। ऑस्ट्रेलियाई कप्तान स्टीव वॉ ने भारत में टेस्ट श्रृंखला जीतने में असमर्थता के कारण "फाइनल फ्रंटियर" के रूप में भारत को लेबल दिया। 2001 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ विजय ने अपने कप्तान सौरव गांगुली के नेतृत्व में भारत के लिए एक ड्रीम रन की शुरुआत के रूप में चिह्नित किया, जिम्बाब्वे, श्रीलंका, वेस्टइंडीज और इंग्लैंड में टेस्ट मैच जीते। इंग्लैंड सीरीज़ को लॉर्ड्स में भारत के 325 रन के सबसे बड़े वनडे रन-वे के लिए भी जाना जाता है, जो इंग्लैंड के खिलाफ नेटवेस्ट एकदिवसीय श्रृंखला के फाइनल में आया था। उसी वर्ष, भारत श्रीलंका के साथ आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी का संयुक्त विजेता था और फिर दक्षिण अफ्रीका में 2003 के क्रिकेट विश्व कप में गया, जहां वे फाइनल में पहुंचे, केवल ऑस्ट्रेलिया द्वारा पीटा गया। 2003–04 सीज़न में भी भारत ने ऑस्ट्रेलिया में एक टेस्ट सीरीज़ खेली, जहाँ उन्होंने विश्व चैंपियन के साथ 1-1 से ड्रॉ किया और फिर पाकिस्तान में एक टेस्ट और एकदिवसीय श्रृंखला जीती।
भारतीय राष्ट्रीय क्रिकेट के कप्तानों की सूची:
भारत वर्ष 1926 में पहली बार आईसीसी इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल का सदस्य बना था। और वर्ष 1932 में भारतीय क्रिकेट टीम विश्व में टेस्ट क्रिकेट टीम का दर्जा प्राप्त करने वाली विश्व की छठी टीम बनी थी, इससे पहले इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण अफ्रीका, वेस्टइंडीज और न्यूजीलैंड का टेस्ट मैच खेलने का दर्जा प्राप्त था। वर्ष 1932 के अंदर इंग्लैंड दौरे पर टीम इंडिया गई थी और वहां पर उसने टेस्ट मैच खेलने की शुरुआत की थी। दूसरे विश्व युद्ध से पहले इंडियन क्रिकेट टीम अपने अधिकतर टेस्ट में इंग्लैंड के खिलाफ ही खेलती हुई नजर आती थी। 1947 और 1948 में पहली बार इंडियन क्रिकेट टीम लाला अमरनाथ की कप्तानी में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेलने गई थी। सर डोनाल्ड ब्रैडमैन उस समय ऑस्ट्रेलियन क्रिकेट टीम के कप्तान हुआ करते थे। आइये जानते हैं भारतीय राष्ट्रीय क्रिकेट के कप्तानों की सूची
नाम | वर्ष | खेले | जीत | हार | |
1 | सी॰ के॰ नायडू | 1932 | 1 | 0 | 1 |
Total | 4 | 0 | 3 | ||
2 | महाराज कुमार विजयनगरम | 1936 | 3 | 0 | 2 |
कुल | 3 | 0 | 2 | ||
3 | इफ्तिखार अली ख़ान पटौदी | 1946 | 3 | 0 | 1 |
कुल | 3 | 0 | 1 | ||
4 | लाला अमरनाथ | 1947/8 | 5 | 0 | 4 |
1948/9 | 5 | 0 | 1 | ||
1952/3 | 5 | 2 | 1 | ||
कुल | 15 | 2 | 6 |
भारतीय क्रिकेट टीम के एकदिवसीय मैचों के कप्तानों की सूची:
भारतीय क्रिकेट टीम का वनडे के शुरुआती इतिहास में बहुत अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाया था लेकिन अभी तक भारतीय क्रिकेट टीम में महेंद्र सिंह धोनी वनडे क्रिकेट के सबसे सफल कप्तान साबित हुए हैं महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में टीम इंडिया ने आईसीसी की सभी ट्रॉफियाँ जीती हैं, और महेंद्र सिंह धोनी की ही कप्तानी में टीम इंडिया विश्वकप जीत पायी थी। इससे पहले कपिल देव की कप्तानी में भारतीय क्रिकेट टीम ने भारत को वर्ल्ड कप दिलाया था। वर्ष 1974 में अंतराष्ट्रीय वन डे टीम के लिए अजीत वाडेकर को पहला कप्तान बनाया गया था। जहां भारतीय टीम दो वनडे मैच हार गई थी इसके बाद वेंकटराघवन और बिशन सिंह बेदी को कप्तान बनाया गया था। महेंद्र सिंह धोनी ने भारतीय क्रिकेट टीम की कप्तानी 200 मैचों में की है जहां पर टीम इंडिया 110 वनडे मैच जीते थे, और 74 मैचों में टीम को हार हार का सामना करना पड़ा था। अभी तक भारतीय टीम ने कुल 899 वनडे मैच खेलें हैं, जिसमे से 454 मैचों को भारतीय क्रिकेट टीम ने जीता है, और 399 मैचों में हार का सामना करना पढ़ा है। वर्तमान में विराट कोहली भारतीय टीम के कप्तान हैं और इनकी कप्तानी में 89 मैच खेले गए हैं, जिसमें 62 मैचों मे जीत और 24 मैचों में हार टीम इंडिया को हार मिली है। तो आइये जानते हैं, भारतीय क्रिकेट टीम के वनडे मैचों में रहे कप्तानों की सूची
क्र सं | नाम | साल | जीत | हार |
1 | अजित वाडेकर | 1974 | 0 | 2 |
2 | श्रीनिवासाराघवान वेंकटराघवन | 1975–1979 | 1 | 6 |
3 | बिशन सिंह बेदी | 1975/6-1978/9 | 1 | 3 |
4 | सुनील गावस्कर | 1980/1-1985/6 | 14 | 21 |
5 | गुंडप्पा विश्वनाथ | 1980/1 | 0 | 1 |
6 | कपिल देव | 1982/3-1992/1993 | 39 | 33 |
7 | सैयद किरमानी | 1983/4 | 0 | 1 |
8 | मोहिंदर अमरनाथ | 1984/1985 | 0 | 0 |
9 | रवि शास्त्री | 1986/7-1991/2 | 4 | 7 |
10 | दिलीप वेंगसरकर | 1987/8-1988/9 | 8 | 10 |
11 | कृष्णम्माचारी श्रीकांत | 1989/90 | 4 | 8 |
12 | मोहम्मद अजहरुद्दीन | 1989/90-1999 | 90 | 76 |
13 | सचिन तेंदुलकर | 1996-1999/2000 | 23 | 43 |
14 | अजय जड़ेजा | 1997/98-1999/2000 | 8 | 5 |
15 | सौरव गांगुली | 1999–2005 | 76 | 65 |
16 | राहुल द्रविड़ | 2000/1 - 2007 | 42 | 33 |
17 | अनिल कुंबले | 2001/2 | 1 | 0 |
18 | वीरेंद्र सहवाग | 2003 - 2011 | 7 | 5 |
19 | महेंद्र सिंह धोनी | 2007 – 2016 | 110 | 74 |
20 | सुरेश रैना | 2010 – 2014 | 6 | 5 |
21 | गौतम गंभीर | 2010 - 2011 | 6 | 0 |
22 | अजिंक्य रहाणे | 2015 | 3 | 0 |
23 | विराट कोहली | 2014 - वर्तमान | 62 | 24 |
कुल | 454 | 399 |
भारतीय क्रिकेट टीम के T20 मैचों के कप्तानों की सूची:
ट्वेंटी-20 भारतीय टीम के सबसे पहले कप्तान वीरेंद्र सहवाग रहे हैं। ट्वेंटी-20 में टीम इंडिया ने अभी तक कुल 135 मैच खेले हैं। जिसमें 83 मैचों में जीत मिली और 44 मैचों में हार का सामना करना पड़ा। वीरेंद्र सहवाग में वर्ष 2006 में भारतीय क्रिकेट टीम की कप्तानी की थी। सहवाग के बाद महेंद्र सिंह धोनी ने अभी तक टीम इंडिया के लिए बेहतर टी-20 मैचों में कप्तानी की इनके कप्तानी में भारतीय टीम ने 41 T20 मैच जीते थे लेकिन 28 T20 मैचों में हार मिली थी। इनके बाद वर्ष 2007 में विराट कोहली को कप्तानी करने का मौका मिला, जो अभी तक भारतीय क्रिकेट टीम की कपरनी कर रहे हैं। विराट की कप्तानी में अभी तक टीम इंडिया 33 मैचों में से 22 मैच जीतने में कामयाब रही और 11 मैचों में टीम इंडिया को T20 में हार मिली है।
क्र. स. | नाम | मैच | जीत | हार |
1 | वीरेंदर सहवाग | 1 | 1 | 0 |
2 | महेंद्र सिंह धोनी | 72 | 41 | 28 |
3 | सुरेश रैना | 3 | 3 | 0 |
4 | अजिंक्य रहाणे | 2 | 1 | 1 |
5 | विराट कोहली | 37 | 22 | 11 |
6 | रोहित शर्मा | 19 | 15 | 4 |
7 | लोकेश राहुल | 1 | 1 | 0 |
अब संबंधित प्रश्नों का अभ्यास करें और देखें कि आपने क्या सीखा?
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भारतीय राष्ट्रीय क्रिकेट प्रश्नोत्तर (FAQs):
पहला क्रिकेट विश्व कप 1973 में ICC द्वारा आयोजित किया गया था, जो महिला क्रिकेट विश्व कप था। वहीं, पहला पुरुष विश्व कप 1975 में आयोजित किया गया था।
बेलिंडा क्लार्क ने ग्यारह वर्षों तक राष्ट्रीय महिला टीम की कप्तान के रूप में कार्य किया और 1997 और 2005 में विजयी विश्व कप अभियानों की सदस्य थीं। लेकिन 2014 तक राष्ट्रीय क्रिकेट केंद्र की प्रबंधक रहीं थीं।
नवंबर 2020 में, गोस्वामी को ICC महिला वनडे क्रिकेटर ऑफ़ द डिकेड पुरस्कार के लिए नामांकित किया गया था।
भारतीय क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर का नाम विजडन की सर्वकालिक विश्व टेस्ट एकादश में शामिल है। ऑस्ट्रेलियाई स्पिन-दिग्गज शेन वार्न और पाकिस्तानी तेज गेंदबाज वसीम अकरम तेंदुलकर के केवल दो समकालीन थे जिन्होंने विश्व टेस्ट एकादश में जगह बनाई।
क्रिकेट की पिच की लंबाई 20.12 मीटर (22 यार्ड) और चौड़ाई 10 फीट (3.04 मीटर) होती है, दो विकेट के बीच की दूरी आम तौर पर 20.12 मीटर है। वहीं विकटों की ऊंचाई जमीन से 71.1 सेमी ऊपर होती है।