36वां सूरजकुंड अंतर्राष्ट्रीय शिल्प मेला 

भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने फरीदाबाद, हरियाणा में 36वें सूरजकुंड अंतर्राष्ट्रीय शिल्प मेले का उद्घाटन किया। मेले का उद्देश्य कुशल कारीगरों के समूहों को प्रोत्साहित करना है जो स्वदेशी तकनीक का इस्तेमाल करते थे लेकिन सस्ते मशीन-निर्मित नकल की समस्या से परेशान थे। मेला 3 से 19 फरवरी 2023 तक आयोजित किया जाएगा। वर्ष 2023 के लिए थीम राज्य उत्तर पूर्वी क्षेत्र (एनईआर) है। शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) इस वर्ष सूरजकुंड अंतर्राष्ट्रीय शिल्प मेले का भागीदार देश है।

मेले की मुख्य बाते

  • सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय शिल्प मेला देश की अनेकता में एकता की कड़ियों को मजबूत करने के साथ-साथ 'वसुधैव कुटुम्बकम' की अवधारणा को भी आगे बढ़ाता है।
  • शंघाई सहयोग संगठन इस वर्ष इस मेले में भाग लेने वाला देश है।
  • इस वर्ष मेले में 25 से अधिक देश भाग ले रहे हैं।
  • भारत के आठ उत्तर-पूर्वी राज्य इस मेले के थीम राज्य हैं। इनमें अरुणाचल प्रदेश, असम, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नागालैंड, सिक्किम और त्रिपुरा शामिल हैं।
  • ये राज्य एक मंच पर अपनी कला, हस्तशिल्प और व्यंजनों का प्रदर्शन करने के लिए एक साथ आएंगे।
  • सूरजकुंड मेला प्राधिकरण और हरियाणा पर्यटन द्वारा केंद्रीय पर्यटन, कपड़ा, संस्कृति और विदेश मंत्रालय के सहयोग से आयोजित किया जाता है।
  • यह भारत के हस्तशिल्प, हथकरघा और सांस्कृतिक ताने-बाने की समृद्धि और विविधता को प्रदर्शित करता है और यह दुनिया का सबसे बड़ा शिल्प मेला है।
  • मेला परिसर में स्थित एक ओपन-एयर थिएटर, दोनों चौपालों में बड़ी संख्या में प्रसिद्ध राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय लोक कलाकार और सांस्कृतिक समूह प्रदर्शन करते हैं।
  • मुख्य चौपाल पर प्रतिदिन शाम को मोहक सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जाते हैं।

  News Date :  3 फ़रवरी 2023
  News Category :  Entertainment
  Post Category :  February 2023