बेकल किला संक्षिप्त जानकारी
स्थान | कासरगोड जिला, केरल (भारत) |
निर्माण | 1650 ईस्वी |
निर्माता | शिवप्पा नायक |
वास्तुकला | प्राचीन हिन्दू कला |
प्रकार | किला |
बेकल किला का संक्षिप्त विवरण
बेकल किला केरल का सबसे बड़ा किला है क्योंकि यह 40 एकड़ (160,000 मीटर2) में फैला हुआ है। इस किले का निर्माण 1650 ईस्वी में बेदनूर के शिवप्पा नायक द्वारा कराया गया था। यह किला एक विशालकाय होल की तरह दिखाई देता है। इस किले के प्रसिद्ध होने का कारण इस किले से समुद्र का शानदार दृश्य है।
बेकल किला का इतिहास
इस किले का निर्माण बेदनूर के शिवप्पा नायक द्वारा किया गया था परंतु कुछ लोगों का मानना है, की बेकल किले पर पहले चिरक्कल राजाओं का राज था और शिवप्पा नायक ने 1650 के या 1660 के दशक में इस क्षेत्र पर कब्जा करने के बाद किले का पुनर्निर्माण करवाया था।जिसके साथ कासरगोड के निकट चंद्रगिरी किला भी इस अवधि के दौरान बनाया गया था।
इसके बाद इस किले पर मैसूर के राजाओं ने आक्रमण कर इस पर अपना अधिकार स्थापित कर लिया। बाद में यह किला टीपू सुल्तान का एक महत्वपूर्ण सैन्य स्टेशन बन गया। परंतु 1799 ई॰ में टीपू सुल्तान की मृत्यु हो जाने के कारण उसका मैसूर से नियंत्रण हट गया जिससे किले पर ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी ने अपना अधिकार स्थापित कर लिया।जब भारत सरकार ने 1956 ई॰ में राज्यों को पुनर्गठित किया, तब कासारगोड जिला केरल के नए राज्य का एक हिस्सा बन गया।
बेकल किला के रोचक तथ्य
- किले की ऐतिहासिक प्रासंगिकता को देखते हुए 1992 ई॰ में भारत की पुरातात्विक सर्वेक्षण द्वारा इसका नेतृत्व करने के लिए और संरक्षित रखने के लिए किले को ‘विशेष पर्यटन क्षेत्र’ बना दिया था।
- किले के कायों को बढ़ावा देने के लिए वर्ष 1995 ई॰ में बेकल पर्यटन विकास निगम का गठन किया था।
- यह किला कासारगोड जिले की पहाड़ी के शीर्ष पर बना हुआ है और किले की छत पर एक विशाल तोप लगी हुई साथ की किले के चारो तरफ ज़िग ज़ैग प्रवेश बना हुआ है।
- किले के अंदर एक वॉच टावर बना हुआ जिससे सामुंद्र का दृश्य बेहद खूबसूरत दिखाई देता है।
- यह किला समुद्र का गढ़ होने का कारण और भूमिगत सुरंगों अवलोकन प्रभावशाली दृश्य हैं। और किले के पास एक पुरानी मस्जिद बनी हुई है। जिसे माना जाता है, यह टीपू सुल्तान ने बनायी गई थी।
- यह किला लगभग 40 एकड़ क्षेत्र में फैला हुआ है जिससे की यह केरल राज्य का सबसे बड़ा किला माना जाता है।
- बेकल किले में ही 2001 में बॉम्बे में बनी एक तेलगु फिल्म 'उइरे' का तमिल गीत किले में फिल्माया गया था।
बेकल किला कैसे पहुँचे
बेकल किले तक आने के लिए स्थानीय सड़कें उत्तर में मैंगलोर और दक्षिण में कालीकट से जुड़ती हैं। इन सड़कों से किले तक आसानी से आया जा सकता है। और इसके अतिरिक्त निकटतम रेलवे स्टेशन बेकल फोर्ट रेलवे स्टेशन एवं मुंबई मार्ग पर किले लगभग 16 किमी दूर कान्हांगड़ रेलवे स्टेशन है। इसी के साथ मगलौर कासरगोड शहर से लगभग 50 किमी दूर कालीकट अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा, और कासरगोड से लगभग 200 किमी दूर है।