साहित्य अकादमी पुरस्कार किसे कहते है?
साहित्य अकादमी पुरस्कार भारत में साहित्य अकादमी द्वारा दिया जाने वाला एक साहित्यिक सम्मान है। साहित्य अकादमी द्वारा हर साल भारत की अपने द्वारा मान्यता प्रदत्त प्रमुख भाषाओं में से प्रत्येक में प्रकाशित सर्वोत्कृष्ट साहित्यिक कृति को पुरस्कार प्रदान करती है। भारतीय संविधान की 8वीं अनुसूची में शामिल 22 भारतीय भाषाओं के अलावा ये राजस्थानी और अंग्रेज़ी भाषा सहित कुल 24 भाषाओं में प्रदान किया जाता हैं। पहली बार साहित्य अकादमी पुरस्कार सन् 1955 में दिए गए थे।
Quick Info About Hindi Sahitya Akademi Award
पुरस्कार का वर्ग | साहित्य |
स्थापना वर्ष | 1955 |
पुरस्कार राशि | एक लाख रुपये |
प्रथम विजेता | माखनलाल चतुर्वेदी |
आखिरी विजेता | बद्री नारायण (2022) |
साहित्य अकादमी पुरस्कार में मिलने वाली राशि:
साहित्य अकादमी पुरस्कार में विजेताओं को वर्तमान सामान्य में एक लाख रुपए नक़द राशि और एक ताम्रपत्र दिया जाता है। पुरस्कार की स्थापना के समय पुरस्कार राशि 5,000/- रुपए थी, जो सन् 1983 में ब़ढा कर 10,000/- रुपए कर दी गई और सन् 1988 में ब़ढा कर इसे 25,000/- रुपए कर दिया गया। सन् 2001 से यह राशि 40,000/- रुपए की गई और उसके बाद सन् 2003 में यह राशि बढाकर 50,000/- रुपए कर दी गई थी। इसके बाद सरकार ने साल 2009 पुरस्कार की राशि को 50,000 से बढ़ाकर 1 लाख रुपये कर दिया था
हिन्दी साहित्य अकादमी पुरस्कार 2022:
हिन्दी साहित्य अकादमी पुरस्कार 2022 की घोषणा में, हिंदी लेखक बद्री नारायण को उनकी कविता 'तुमड़ी के शब्द' के लिए चुना गया है।
वर्ष 1955 से अब तक हिन्दी साहित्य अकादमी पुरस्कार विजेताओं की सूची:
वर्ष | साहित्यकार का नाम | रचना |
2022 | बद्री नारायण | तुमड़ी के शब्द (कविता) |
2021 | दया प्रकाश सिन्हा | सम्राट अशोक (नाटक) |
2020 | अनामिका | टोकरी में दिगन्त (थेरी गाथा: 2014) (कविता) |
2019 | नंदकिशोर आचार्य | छेलेते हुए अपने को (कविता) |
2018 | चित्रा मुद्गल | पोस्ट बॉक्स नं. 203-नाला सोपारा (उपन्यास) |
2017 | रमेश कुंतल मेघ | विश्व मीठा सरित सागर (साहित्यिक आलोचना) |
2016 | नसीरा शर्मा | पारिजात (उपन्यास) |
2015 | रामदरश मिश्र | आग की हंसी (कविता) |
2014 | रमेश चंद्र शाह | विनायक (उपन्यास) |
2013 | मृदुला गर्ग | मिलजुल मैन (उपन्यास) |
2012 | चंद्रकांत देवताले | पत्थर फेंक रहा हूं (कविता) |
2011 | काशीनाथ सिंह | रेहान प्रति रघु (उपन्यास) |
2010 | उदय प्रकाश | मोहन दास (लघुकथा) |
2009 | कैलाश वाजपेयी | हवा में हस्ताक्षर (कविता) |
2008 | गोविंद मिश्र | कोहरे में कैद रंग (उपन्यास) |
2007 | अमर कांत | इनहिं हथियारों से (उपन्यास) |
2006 | ज्ञानेंद्रपति | संष्यात्मा (कविता) |
2005 | मनोहर श्याम जोशी | क्याप (उपन्यास) |
2004 | वीरेन डंगवाल | दुष्चक्र में श्रीस्ता (कविता) |
2003 | कमलेश्वर | कितने पाकिस्तान (उपन्यास) |
2002 | राजेश जोशी | दो पंक्तियों के बीच (कविता) |
2001 | अलका सरावगी | काली-कथा : बायपास (उपन्यास) |
2000 | मंगलेश डबराल | हम जो देखते हैं (कविता) |
1999 | विनोद कुमार शुक्ल | दीवार में एक खिड़की रहती थी (उपन्यास) |
1998 | अरुण कमल | नए इलाके में (कविता) |
1997 | लीलाधर जगूरी | अनुभव के आकाश में चंद (कविता) |
1996 | सुरेंद्र वर्मा | मुझे चंद चाहिए (उपन्यास) |
1995 | कुंवर नारायण | कोई दूसरा नहीं (कविता) |
1994 | अशोक वाजपेयी | कहीं नहीं वही (कविता) |
1993 | विष्णु प्रभाकर | अर्धनारीश्वर (उपन्यास) |
1992 | गिरिराज किशोर | ढाई घर (उपन्यास) |
1991 | गिरिजा कुमार माथुर | मैं वक़्त के हुन सामने (कविता) |
1990 | शिव प्रसाद सिंह | नीला चंद (उपन्यास) |
1989 | केदारनाथ सिंह | अकाल में सारस (कविता) |
1988 | नरेश मेहता | अरण्य (कविता) |
1987 | श्रीकांत वर्मा | मगध (कविता) |
1986 | केदारनाथ अग्रवाल | अपूर्वा (कविता) |
1985 | निर्मल वर्मा | कव्वे और काला पानी (लघु कथाएं) |
1984 | रघुवीर सहाय | लोग भूल गए हैं (कविता) |
1983 | *सर्वेश्वर दयाल सक्सेना | खुटियों पर तंगे लोग (कविता) |
1982 | हरिशंकर परसाई | विकलांग श्रद्धा का दौर (व्यंग्य) |
1981 | त्रिलोचन | टैप के तय हुए दिन (उपन्यास) |
1980 | कृष्णा सोबती | जिंदगीनामा-जिंदा रुख (उपन्यास) |
1979 | *धूमिल | काल सुनाना मुझे (कविता) |
1978 | *भारत भूषण अग्रवाल | उतना वह सूरज है (कविता) |
1977 | शमशेर बहादुर सिंह | चुका भी हूं नहीं मैं (कविता) |
1976 | यशपाल | मेरी तेरी उसकी बात (उपन्यास) |
1975 | भीष्म साहनी | तमस (उपन्यास) |
1974 | शिव मंगल सिंह 'सुमन' | मिट्टी की बारात (कविता) |
1973 | हजारी प्रसाद द्विवेदी | आलोक पर्व (निबंध) |
1972 | भवानी प्रसाद मिश्र | बनी हुई रसी (कविता) |
1971 | नामवर सिंह | कविता के नए प्रतिमान (साहित्यिक आलोचना) |
1970 | रामविलास शर्मा | निराला की साहित्य साधना (जीवनी) |
1969 | श्रीलाल शुक्ल | राग दरबारी (उपन्यास) |
1968 | हरिवंशराय बच्चन | दो चट्टानें (कविता) |
1967 | अमृतलाल नागर | अमृत और विष (उपन्यास) |
1966 | जैनेंद्र कुमार | मुक्तिबोध (उपन्यास) |
1965 | नागेन्द्र | रस सिद्धांत (काव्य पर ग्रंथ) |
1964 | अज्ञेय' (एस.एच. वात्स्यायन) | आंगन के पार द्वार (कविता) |
1963 | अमृत राय | प्रेमचंद: कलाम का सिपाही (जीवनी) |
1961 | भगवतीचरण वर्मा | भोले बिस्रे चित्रा (उपन्यास) |
1960 | सुमित्रा नंदन पंत | काला और बुरहा चंद (कविता) |
1959 | दिनकर' (रामधारी सिन्हा) | संस्कृति के चार अध्याय (भारतीय संस्कृति का एक सर्वेक्षण) |
1958 | राहुल सांकृत्यायन | मध्य एशिया का इतिहास (इतिहास) |
1957 | *आचार्य नरेंद्र देव | बौद्ध धर्म-दर्शन (दर्शन) |
1956 | वासुदेवसरन अग्रवाल | पद्मावत संजीवनी व्याख्या (टिप्पणी) |
1955 | माखनलाल चतुर्वेदी | हिम-तरंगिणी (कविता) |
अब संबंधित प्रश्नों का अभ्यास करें और देखें कि आपने क्या सीखा?
☞ साहित्य अकादमी पुरस्कार से संबंधित प्रश्न उत्तर 🔗
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हिन्दी साहित्य अकादमी पुरस्कार प्रश्नोत्तर (FAQs):
रमेश कुन्तल मेघ हिन्दी साहित्य के वरिष्ठ साहित्यकार एवं आलोचक हैं। उन्होंने प्रगतिशील आलोचना के क्षेत्र का विस्तार किया। मेघ ने आलोचना में अंतःअनुशासन को विशेष महत्व दिया है। विश्वमिथकसरित्सागर उनकी महत्वपूर्ण कृति है, जिस पर उन्हें 2017 का साहित्य अकादमी पुरस्कार भी मिला।
संशयात्मा नोट्स हिंदी साहित्य ज्ञानेंद्रपति द्वारा रचित एक काव्य संग्रह है, जिसके लिए उन्हें 2006 में साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
1954 में साहित्य अकादमी पुरस्कार की स्थापना पर दादा माखनलाल चतुर्वेदी को हिंदी साहित्य का पहला पुरस्कार 'हिमतरंगिनी' के लिए दिया गया।
वासुदेव शरण अग्रवाल भारत के इतिहास, संस्कृति, कला और साहित्य के विद्वान थे। वह साहित्य अकादमी द्वारा पुरस्कृत हिन्दी गद्य लेखक हैं। 1955 में चतुर्वेदी को साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
साहित्य अकादमी पुरस्कार भारत में एक साहित्यिक सम्मान है, जो साहित्य अकादमी प्रतिवर्ष भारत की अपने द्वारा मान्यता प्रदत्त प्रमुख भाषाओं में से प्रत्येक में प्रकाशित सर्वोत्कृष्ट साहित्यिक कृति को पुरस्कार प्रदान करती है।