विश्व धरोहर दिवस (18 अप्रैल) का इतिहास, महत्व, थीम और अवलोकन

WORLD HERITAGE DAY (18 APRIL) HISTORY, SIGNIFICANCE, THEME AND OBSERVATION IN HINDI

विश्व धरोहर दिवस संक्षिप्त तथ्य

कार्यक्रम नामविश्व धरोहर दिवस (World Heritage Day)
कार्यक्रम दिनांक18 / अप्रैल
कार्यक्रम की शुरुआत08 अप्रैल 1982
कार्यक्रम का स्तरअंतरराष्ट्रीय
कार्यक्रम आयोजकसंयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन ( UNESCO)

विश्व धरोहर दिवस का संक्षिप्त विवरण

प्रतिवर्ष 18 अप्रैल को "विश्व धरोहर दिवस" या "विश्व विरासत दिवस" अथवा" स्मारक एवं पुरास्थलों के लिये अंतर्राष्ट्रीय दिवस" मनाया जाता है।

विश्व धरोहर दिवस का इतिहास

विश्व विरासत दिवस की शुरूआत 08 अप्रैल, 1982 को हुई थी, जब इकोमास (ICOMOS) संस्था ने ट्यूनीशिया में अंतरराष्ट्रीय स्मारक और पुरास्थल दिवस का आयोजन किया था।

विश्व धरोहर दिवस का उद्देश्य

इस दिवस को मनाने का उद्देश्य लोगों का ध्यान विश्व विरासत स्थलों की ओर आकर्षित करना, उनके प्रति जागरूकता फैलाना तथा उनकी सुरक्षा व संरक्षा करना है।

विश्व धरोहर दिवस के बारे में अन्य विवरण

यूनेस्को की विश्व धरोहर समिति के सदस्य:

सदस्य राष्ट्रसत्र
अंगोला2015-2019
अज़रबैजान2015-2019
बुर्किना फासो2015-2019
क्रोएशिया2013-2017
क्यूबा2015-2019
फ़िनलैंड2013-2017
इंडोनेशिया2015-2019
जमैका2013-2017
कजाखस्तान2013-2017
कुवैत2015-2019
लेबनान2013-2017
पेरू2013-2017
फिलीपींस2013-2017
पोलैंड2013-2017
पुर्तगाल2013-2017
कोरिया गणराज्य2013-2017
ट्यूनीशिया2015-2019
तुर्की2013-2017
तंजानिया2015-2019
वियतनाम2013-2017
जिम्बाब्वे2015-2019
कुल21

विश्व धरोहर किसे कहा जाता है?

युनेस्को विश्व विरासत स्थल ऐसे खास स्थानों (जैसे वन क्षेत्र, पर्वत, झील, मरुस्थल, स्मारक, भवन, या शहर इत्यादि) को कहा जाता है, जो विश्व विरासत स्थल समिति द्वारा चयनित होते हैं; और यही समिति इन स्थलों की देखरेख युनेस्को के तत्वाधान में करती है।

इस कार्यक्रम का उद्देश्य विश्व के ऐसे स्थलों को चयनित एवं संरक्षित करना होता है जो विश्व संस्कृति की दृष्टि से मानवता के लिए महत्वपूर्ण हैं। कुछ खास परिस्थितियों में ऐसे स्थलों को इस समिति द्वारा आर्थिक सहायता भी दी जाती है। अब तक पूरी दुनिया में लगभग 1,121 स्थलों को विश्व विरासत स्थल घोषित किया जा चुका है जिसमें 869 सांस्कृतिक, 39 मिश्रित  और 213 प्राकृतिक हैं।

प्रत्येक विरासत स्थल उस देश विशेष की संपत्ति होती है, जिस देश में वह स्थल स्थित हो; परंतु अंतर्राष्ट्रीय समुदाय का हित भी इसी में होता है कि वे आनेवाली पीढियों के लिए और मानवता के हित के लिए इनका संरक्षण करें। बल्कि पूरे विश्व समुदाय को इसके संरक्षण की जिम्मेवारी होती है।

भारत में यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल का इतिहास

वर्ष 1983 ई. में पहली बार भारत के चार ऐतिहासिक स्थलों को यूनेस्को ने "विश्व विरासत स्थल" माना था। ये चार स्थल थे- ताजमहल, आगरा का क़िला, अजंता और एलोरा की गुफाएँ। आज पूरे भारत में कई विश्व विरासत के स्थल हैं, जो अलग-अलग राज्यों में स्थित हैं। यूनेस्को ने भारत के कई ऐतिहासिक स्थलों को विश्व विरासत सूची में शामिल किया है। वर्तमान में भारत के कुल 38 स्थल विश्व विरासत सूची में शामिल हैं। जिनमें से 30 को सांस्कृतिक श्रेणी, 07 को प्राकृतिक और 01 को मिश्रित श्रेणी में स्थान प्राप्त हुआ है।

यूनेस्को द्वारा चयन मानदंड

सन 2004 के अंत तक, सांस्कॄतिक धरोहर हेतु 6 मानदण्ड थे और प्राकॄतिक धरोहर हेतु 4 मानदण्ड थे। सन 2005 में, इसे बदल कर कुल मिलाकर 10 मानदण्ड बना दिये गये। किसी भी नामांकित स्थल को न्यूनतम एक मानदण्ड तो पूरा करना ही चाहिये।

अप्रैल माह के महत्वपूर्ण दिवस की सूची - (राष्ट्रीय दिवस एवं अंतराष्ट्रीय दिवस):

तिथि दिवस का नाम - उत्सव का स्तर
02 अप्रैलविश्व ऑटिज्म जागरूकता दिवस - अन्तरराष्ट्रीय दिवस
05 अप्रैलराष्ट्रीय समुद्री दिवस - राष्ट्रीय दिवस
06 अप्रैलविकास एवं शांति के लिए अन्तरराष्ट्रीय खेल दिवस - अन्तरराष्ट्रीय दिवस
07 अप्रैलविश्व स्वास्थ्य दिवस - अन्तरराष्ट्रीय दिवस
10 अप्रैलविश्व होम्योपैथी दिवस - अन्तरराष्ट्रीय दिवस
17 अप्रैलविश्व हीमोफिलिया दिवस - अन्तरराष्ट्रीय दिवस
18 अप्रैलविश्‍व विरासत (धरोहर) दिवस - अन्तरराष्ट्रीय दिवस
21 अप्रैलभारतीय सिविल सेवा दिवस - राष्ट्रीय दिवस
22 अप्रैलअन्तरराष्ट्रीय मातृ पृथ्वी दिवस - अन्तरराष्ट्रीय दिवस
23 अप्रैलविश्व पुस्तक दिवस अथवा विश्व पुस्तक कॉपीराइट (प्रतिलिप्‍याधिकार) दिवस (यूनेस्‍को) - अन्तरराष्ट्रीय दिवस
24 अप्रैलपंचायती राज दिवस - राष्ट्रीय दिवस
25 अप्रैलविश्व मलेरिया दिवस - अन्तरराष्ट्रीय दिवस
29 अप्रैलविश्व नृत्य दिवस - अन्तरराष्ट्रीय दिवस
  Last update :  Tue 28 Jun 2022
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