बकिंघम पैलेस लंदन संक्षिप्त जानकारी
स्थान | वेस्टमिंस्टर शहर, लंदन, यूनाइटेड किंगडम |
निर्माण | 1703 ई॰ |
निर्माता | ड्यूक ऑफ बकिंघम |
प्रकार | शाही महल |
वर्तमान किरायेदार | महारानी एलिज़ाबेथ द्वितीय |
अन्य नाम | बकिंघम हाउस, द क्वीन हाउस |
बकिंघम पैलेस लंदन का संक्षिप्त विवरण
बकिंघम पैलेस यूनाइटेड किंगडम के लंदन के वेस्टमिंस्टर शहर में स्थित है। यह पैलेस ब्रिटिश राजशाही का आधिकारिक निवास स्थान है। साथ ही यह राजमहल राजकीय आयोजनों और शाही अतिथियों का केंद्र है। यह भवन आज के महलों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है और इस महल को 1703 ई॰ में ड्यूक ऑफ बकिंघम ने बनवाया था।
बकिंघम पैलेस लंदन का इतिहास
वर्तमान में बकिंघम हाउस के रूप में जाना जाने वाला यह भव्य महल मध्य काल में मैनर ऑफ एबरी का एक हिस्सा था और यहाँ पहले टैबर्न नदी हुआ करती थी। बाद में यहाँ आई क्रॉस नामक गाँव विकसित हुआ। समय के साथ-साथ यहाँ कई परिवर्तन होते रहे जिसके बाद कई स्वामियों ने इसे शाही जमींदारों से लीज पर हासिल किया था।
इस जमीन पर पहली बार मकान का निर्माण लगभग 1624 ई॰ में विलियम ब्लेक द्वारा तैयार किया गया था और इसके अगले मालिक लॉर्ड गोरिंग थे। उन्होने इस मकान के विस्तार के लिए ज्यादातर गार्डन विकसित किए और उस समय इसे गोरिंग ग्रेट गार्डन के रूप में जाना था। परंतु 1703 में सबसे पहले महल के छोटे से रूप को ड्यूक ऑफ बकिंघम और नॉर्मनबाई के लिये विलियम विंडे के डिजाइन से तैयार किया गया था।
उस समय महल में केवल तीन फ्लोर बनाए गए थे। लेकिन बकिंघम हाउस को बकिंघम के वारिस, सर चार्ल्स शेफ़ील्ड ने 1761 ई॰ में जॉर्ज III को बेच दिया था। जिससे यह शाही परिवार के हाथों में दौबरा आ गया था, जिसके बाद महल के निर्माण में कई परिवर्तन होते रहें हैं। परंतु वर्तमान यह महल यूनाइटेड किंगडम की सरकारी संपत्ति के रूप में है।
बकिंघम पैलेस लंदन के रोचक तथ्य
- ड्यूक ऑफ बकिंघम ने लंदन में रहने के लिए इसे घर के तौर पर बनवाया था। परंतु 1837 ई॰ में पहली बार क्वीन विक्टोरिया ने इस महल को अपना घर बनाया था। वह महल में रहने वाली पहली महारानी थीं।
- ये महल वर्तमान में महारानी की निजी संपत्ति नहीं है क्योंकि इस पर मालिकाना हक ब्रिटिश सरकार का है।
- बकिंघम पैलेस में पहली बार साल 1883 में बिजली आई थी और आज इस शानदार महल को रोशन करने के लिए 40 हजार बल्बों का इस्तेमाल होता है।
- महल में कुल 1514 दरवाजे और 760 खिड़कियां हैं।
- इस महल में 350 से ज्यादा घड़ियां भी लगी हुई हैं।
- बकिंघम पैलेस में कुल 775 कमरे हैं जिसमें से 52 शाही कमरे हैं।
- यह महल लंदन के सबसे बड़े महलों में से एक है जिसका कुल क्षेत्रफल 77 हजार वर्ग मीटर है।
- महल के अंदर शाही संग्रह में 10,000 से अधिक वस्तुएं यूनाइटेड किंगडम और विदेशों में 130 से अधिक संग्रहालयों और दीर्घाओं के लिए दीर्घकालिक ऋण पर हैं, जिनमें ब्रिटिश संग्रहालय, द नेशनल गैलरी, विक्टोरिया और अल्बर्ट संग्रहालय, लंदन के संग्रहालय, राष्ट्रीय संग्रहालय शामिल हैं। वेल्स और स्कॉटलैंड की राष्ट्रीय गैलरी शामिल हैं।
- बकिंघम पैलेस का सबसे बड़ा कमरा बॉलरूम है। इसे महारानी विक्टोरिया द्वारा जोड़ा गया था और समारोहों जैसे अभिषेकों और वर्तमान में यह राजकीय भोजों के लिए इस्तेमाल किया जाता है।
- महल का आखिरी एवं प्रमुख निर्माण कार्य को किंग जॉर्ज V के शासनकाल के दौरान कराया गया था जब 1913 में सर एस्टन वेब ने ब्लोर के 1850 ईस्ट फ़्रंट को दुबारा डिजाइन कर चेशायर में गाइकोमो लियोनीज लाइम पार्क को कई भागों में बाँट दिया था।
- महल से जुड़े हुए कुछ शाही घुड़साल मौजूद है जिसे नैश द्वारा डिजाइन किया गया था, जहाँ गोल्ड स्टेट कोच के साथ शाही सवारियाँ रखी गयी हैं। और इसे राजा द्वारा केवल राज्याभिषेकों या जयंती समारोंहों के लिये इस्तेमाल किया जाता है। घुड़साल में शाही समारोहों के क्रम में उपयोग किये गये रथों के घोड़े भी रखे गये हैं।
- 2015 नवंबर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जिस बकिंघम पैलेस में महारानी एलिजाबेथ से मिले थे। और यह महल महल राष्ट्रीय खुशी और राष्ट्रीय संकट दोनों वक्त पर ब्रिटेन और ब्रिटेन के लोगों का इतिहास बताता रहा है।