दिलवाड़ा जैन मंदिर संक्षिप्त जानकारी
स्थान | माउंट आबू, राजस्थान (भारत) |
स्थापना | 11वीं से 13वीं शताब्दी ई. के बीच |
निर्माता | विमल शाह, वास्तुपाल और तेजपाल |
प्रकार | मंदिर |
दिलवाड़ा जैन मंदिर का संक्षिप्त विवरण
प्रत्येक देश की अपनी एक विशेषता होती है ठीक इसी प्रकार भारत में भी कई विशेषताएं पाई जाती है। देश में विभिन्न धर्म के लोग निवास करते है और सभी लोग अपने-अपने धर्मो का पालन करते है।
भारत में जैन धर्म का इतिहास काफी पुराना रहा है, जिसकी छाप भारत में हर जगह देखी जा सकती है। जैन धर्म के अनुयायियों ने कई ऐतहासिक मन्दिरों का निर्माण करवाया है, जिसमें से एक दिलवाड़ा जैन मंदिर भी है जोकि राजस्थान के माउंट आबू में स्थित है।
दिलवाड़ा जैन मंदिर का इतिहास
दिलवाड़ा मंदिर का इतिहास जैन धर्म से जुड़ा हुआ है। इसका निर्माण 11वीं से 13वीं शताब्दी के बीच प्राचीन भारत के दो प्रसिद्ध राजाओ वास्तुपाल और तेजपाल द्वारा कराया गया था, जो 1231 ई. में पूर्ण रूप से बनकर तैयार हुआ था। यह मंदिर जैन धर्म के प्रथम व् प्रसिद्ध तीर्थंकर ऋषभदेव को समर्पित किया गया था।
जैन धर्म के बारे में जानकारी:
यह भारत के सबसे प्राचीन धर्मो में से एक है, जिसका अर्थ है “जिन द्वारा प्रवर्तित धर्म” इस धर्म का प्रारंभ जैन धर्म के प्रथम तीर्थंकर ऋषभदेव आदिनाथ द्वारा किया गया था। इस धर्म की उत्पति का प्रमुख कारण समाज से अशांति व् हीन भावना को खत्म करना था। इस धर्म को और भी प्रसिद्ध बनाने का कार्य जैन धर्म के 24वें तीर्थकर वर्धमान महावीर जैन ने किया था, जो जैन धर्म के अंतिम तीर्थकर थे।दिलवाड़ा जैन मंदिर के रोचक तथ्य
- यह मंदिर राजस्थान के माउंट आबू शहर के केंद्र से लगभग 2.5 कि.मी. की दूरी पर स्थित है।
- इस मंदिर के सबसे प्राचीन मंदिर “विमल वसही” का निर्माण करने में लगभग 14 साल लगे और पूरे मंदिर के निर्माण में लगभग 18 करोड़ रुपये की लागत आई।
- इस मन्दिर के निर्माण में लगभग 1200 श्रमिकों और 1500 शिल्पकार की आवश्यकता पड़ी थी।
- इस मंदिर के पीतलहर मन्दिर में ऋषभदेव की पंचधातु और पीतल से बनी मूर्ति है, जिसका वजन लगभग 4,000 किलोग्राम है।
- यह मंदिर जैन वास्तुकला और भारतीय वास्तुकला का सर्वश्रेष्ट उदाहरण है, जिसमे सफेद संगमरमर पत्थरो का उपयोग किया गया है, जो अरासुरी पहाड़ियों से लाये गए थे।
- यह मंदिर पांच भागो में विभाजित है जिसमे सबसे प्राचीन मंदिर “विमल वसही” है जो ऋषभदेव को, दूसरा “मंदिर लुन वसही” नेमीनाथ को, तीसरा मंदिर “पीतलहर” ऋषभदेव को, चौथा मंदिर “पार्श्वनाथ” पार्श्वनाथ को और अंतिम मंदिर “महावीर स्वामी” अन्तिम जैन तीर्थंकर महावीर को समर्पित है।
- विमल वसही मंदिर में स्थित हस्तीशाला का निर्माण 1147-49 में विमलाशा के वंशज पृथ्वी विपाल ने किया था, जिसमे हाथियों की कई मुर्तियाँ सम्मिलित है।
- विमल वसही मंदिर में नवचौकी भी स्थित है जिसमे नौ आयतकर छत सम्मिलित है, जिसपर विभिन्न प्रकार की संरचना व सुंदर नक्काशी की गई है जो अलंकृत खंभो पर टिके हैं।
- लुन वसही मंदिर के मुख्य महाकक्ष में एक मंडप स्थित है जिसके केंद्र में एक विशाल गुंबद है जिस पर विभिन्न प्रकार की नक्काशी की गई है और उसके बीच में एक विशाल सजावटी लटकन टांगी गई है।
- दिलवाड़ा मंदिर का सबसे विशाल मंदिर पार्श्वनाथ है, जिसमें तीन मंजिला इमारत शामिल है और जिसमे चार बड़े मंडप भी सम्मिलित है जिन पर अतिसुंदर नक्काशी की गई हैं।
RELATED
सौराष्ट्र गुजरात के सोमनाथ मंदिर का इतिहास तथा महत्वपूर्ण जानकारी
❯
मुंबई महाराष्ट्र के श्री सिद्धिविनायक मंदिर का इतिहास तथा महत्वपूर्ण जानकारी
❯
गुवाहाटी असम के कामाख्या मंदिर का इतिहास तथा महत्वपूर्ण जानकारी
❯
तंजावुर तमिलनाडु के बृहदेश्वर मन्दिर का इतिहास तथा महत्वपूर्ण जानकारी
❯
वाराणसी उत्तर प्रदेश के काशी विश्वनाथ मन्दिर का इतिहास तथा महत्वपूर्ण जानकारी
❯
सिमरिप कंबोडिया के अंकोरवाट मंदिर का इतिहास तथा महत्वपूर्ण जानकारी
❯
उत्तराखंड के बद्रीनाथ मंदिर का इतिहास तथा महत्वपूर्ण जानकारी
❯
प्मिनाक्षी मंदिर मदुरई का इतिहास तथा महत्वपूर्ण जानकारी
❯
शिरडी महाराष्ट्र के साईं बाबा का मंदिर का इतिहास तथा महत्वपूर्ण जानकारी
❯
अमृतसर पंजाब के स्वर्ण मंदिर का इतिहास तथा महत्वपूर्ण जानकारी
❯
तिरुचिरापल्ली तमिलनाडु के श्री रंगनाथस्वामी मंदिर का इतिहास तथा महत्वपूर्ण जानकारी
❯
LATEST
मार्च 2024 करेंट अफेयर्स हिंदी में
❯
ऑस्कर पुरस्कार के 2024 विजेता
❯
फ़रवरी 2024 करेंट अफेयर्स हिंदी में
❯
भारत रत्न पुरस्कार विजेताओं की सूची 1954 से 2024 तक
❯
दिल्ली के मुख्यमंत्रियों की सूची 1952 से 2024 तक
❯
केरल के मुख्यमंत्रियों की सूची (वर्ष 1957 से अब तक)
❯
मिजोरम के मुख्यमंत्री की सूची (वर्ष 1972 से अब तक)
❯
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री की सूची (वर्ष 1950 से अब तक)
❯
त्रिपुरा के मुख्यमंत्री की सूची (वर्ष 1963 से अब तक)
❯
मेघालय के मुख्यमंत्री की सूची (वर्ष 1972 से अब तक)
❯
POPULAR
भारत के 28 राज्यों में बोली जाने वाली 22 भाषाएं
❯
विश्व के 195 देश, राजधानी एवं उनकी मुद्राओं की सूची
❯
100+ प्रसिद्ध वैज्ञानिक के नाम और उनके आविष्कार
❯
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) शासित राज्य के नाम 2024
❯
भारत का केंद्रीय मंत्रीमण्डल 2024 | भारत के वर्तमान मंत्री 2024
❯
भारतीय दण्ड संहिता 1860 - आईपीसी की धाराएं - इंडियन पीनल कोड लिस्ट
❯
ज्ञानपीठ पुरस्कार (वर्ष 1965 से 2023 तक) के विजेता
❯
द्रोणाचार्य पुरस्कार विजेताओं की सूची (वर्ष 1985 से 2024 तक)
❯
भारत के शिक्षा मंत्री की सूची 1947 से 2024 तक
❯
भारतीय राज्य और उनके प्रमुख लोक नृत्य की सूची
❯