इस अध्याय के माध्यम से हम जानेंगे दयानंद सरस्वती (Dayananda Saraswati) से जुड़े महत्वपूर्ण एवं रोचक तथ्य जैसे उनकी व्यक्तिगत जानकारी, शिक्षा तथा करियर, उपलब्धि तथा सम्मानित पुरस्कार और भी अन्य जानकारियाँ। इस विषय में दिए गए दयानंद सरस्वती से जुड़े महत्वपूर्ण तथ्यों को एकत्रित किया गया है जिसे पढ़कर आपको प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने में मदद मिलेगी। Dayananda Saraswati Biography and Interesting Facts in Hindi.
दयानंद सरस्वती का संक्षिप्त सामान्य ज्ञान
नाम | दयानंद सरस्वती (Dayananda Saraswati) |
वास्तविक नाम | मूलशंकर |
जन्म की तारीख | 12 फरवरी |
जन्म स्थान | मोरबी, गुजरात (भारत) |
निधन तिथि | 30 अक्टूबर |
माता व पिता का नाम | यशोदाबाई / करशनजी लालजी तिवारी |
उपलब्धि | 1875 - आर्य समाज के संस्थापक |
पेशा / देश | पुरुष / दार्शनिक / भारत |
दयानंद सरस्वती - आर्य समाज के संस्थापक (1875)
महर्षि स्वामी दयानंद सरस्वती आधुनिक भारत के महान चिन्तक, समाज-सुधारक व देशभक्त थे। सरस्वती जी एक संन्यासी तथा एक महान चिंतक थे। उन्होंने वेदों की सत्ता को सदा सर्वोपरि माना था। इन्होने ही सबसे पहले 1876 में ‘स्वराज्य" का नारा दिया जिसे बाद में लोकमान्य तिलक ने आगे बढ़ाया था। उन्होंने वैदिक विचारधाराओं को पुनर्जीवित करने की दिशा में काम किया। इसके बाद, दार्शनिक और भारत के राष्ट्रपति एस. राधाकृष्णन ने उन्हें “आधुनिक भारत के निर्माता” में से एक कहा, जैसा कि श्री अरबिंदो ने किया था।
दयानंद सरस्वती प्रश्नोत्तर (FAQs):
दयानंद सरस्वती का जन्म 12 फरवरी 1824 को मोरबी, गुजरात (भारत) में हुआ था।
दयानंद सरस्वती को 1875 में आर्य समाज के संस्थापक के रूप में जाना जाता है।
दयानंद सरस्वती का पूरा नाम मूलशंकर था।
दयानंद सरस्वती की मृत्यु 30 अक्टूबर 1883 को हुई थी।
दयानंद सरस्वती के पिता का नाम करशनजी लालजी तिवारी था।
दयानंद सरस्वती की माता का नाम यशोदाबाई था।