प्रमुख ब्रिटिशकालीन भारतीय समितियां एवं आयोग-Important Committees And Commissions Of British India: भारत में ब्रिटिश शासन की शुरुआत के कुछ समय बाद ही ब्रिटिश साम्राज्य ने भारत की संस्कृति, सामाजिक संरचना और सामाजिक मुद्दों के प्रति अपना ध्यान आकर्षित करना शुरू कर दिया था। उन्होनें धीरे-धीरे कर भारतियों के सामाजिक और संस्कृति जीवन का अध्ययन कर भारत की कई कमियों को उजागर किया। ब्रिटिश साम्राज्य पहले भारत में केवल व्यापार करने के उद्देश्य से ही आया था, परंतु समय बिताने के साथ जब भारत उनका उपनिवेश बन गया तो उन्होने इसे अपना कार्य क्षेत्र मान कर इसकी सारी त्रुटियों को दूर करने का निश्चय किया, जिस कारण उन्होने समय-समय पर विभिन प्रकार के आयोग एवं समितियों को भारत भेजा था।
प्रमुख ब्रिटिशकालीन भारतीय समितियां एवं आयोग की सूची:
आयोग\समितियां एवं स्थापना वर्ष | अध्यक्ष | उद्देश्य |
इनाम आयोग(1852) | इनाम | भूस्वामियों की उपाधियों की जांच करने के लिए |
अकाल कमिशन (स्ट्रेची आयोग)(1880) | रिचर्ड स्ट्रेची | अकाल पीड़ितों को राहत दिलाने के लिए |
हंटर कमिशन(1882) | विलियम हंटर | शिक्षा की प्रगति का पुनरवलोकन करने के लिए |
एटकिन्सन कमिशन(1886) | चाल्र्स् एटकिन्सन | सिविल सेवा में और अधिक भारतीयों को शामिल करने के लिए |
हार्शेल समिति(1893) | हार्शेल | मुद्रा के बारे में सुझाव देने के लिए |
ओपियम कमिशन(1893) | —- | स्वास्थ्य पर अफीम के प्रभाव के बारे में जांच करने के लिए |
अकाल कमिशन (ल्याल आयोग)(1897) | जेम्स ल्याल | 1880 के दुर्भिक्ष आयोग की रिपोर्ट का अध्ययन कर सुझाव देने के लिए |
हेनरी फॉलर कमिशन(1898) | एच. फॉलर | मुद्रा पर सुझाव देने के लिए |
अकाल कमिशन (मैक्डोनल आयोग)(1900) | एंथोनी मैकडोनल | दुर्भिक्ष पर स्ट्रेची आयोग की रिपोर्ट पर अपना सुझाव देने के लिए |
सिंचाई कमिशन (माँन्क्रीफ आयोग)(1901) | सर वोल्विन स्कॉट मंकिंस | सिंचाई पर व्यय योजना के लिए |
यूनिवर्सिटी कमिशन(1902) | थॉमस रॉली | विश्वविद्यालयों का अध्ययन करने और सुधारों को लागू करने |
फ्रेसर कमिशन(1902) | फ्रेसर | पुलिस प्रशासन की कार्य पद्धति की जांच करने के लिए |
रैले आयोग(1902) | थॉमस रैले | विश्वविद्यालय से संबंधित |
सिविल सेवा पर रॉयल कमिशन (1912) | लॉर्ड इस्लिंग्टन | भारतीयों को 25% उच्च पद देने के लिए |
मैकलागून समिति(1914-15) | मैकलागून | सहकारी वित्त की सलाह देने के लिए |
कलकत्ता यूनिवर्सिटी कमिशन (सैंडलर आयोग)(1917) | माइकल सैडलर | विश्वविद्यालय की स्थिति का अध्ययन करने के लिए |
भारतीय सैन्य समिति(1923) | लॉर्ड इचकैप | केंद्रीय शिक्षा समिति चर्चा करने के लिए |
रॉयल कमिशन(1924) | लॉर्ड ली | सिविल सेवा के दोषों को दूर करने के लिए |
स्किन समिति(1925) | एंड्रयू स्कीन | भारतीय सेना का भारतीयकरण करने के लिए सुझाव |
बटलर समिति(1927) | हरकोट बटलर | ब्रिटिश परमसत्ता और विदेशी राज्यों के अच्छे संबंध स्थापित करने के उद्देश्य से गठित |
लिनलिथगो कमिशन(1928) | लिनलिथगो | कृषि के क्षेत्र में समस्या का अध्ययन करने के लिए |
व्हीटले कमिशन(1929) | जे. एच. व्हीटले | श्रमिकों का स्थिति का अध्ययन करने और रिपोर्ट प्रस्तुत करने के उद्देश्य से |
सप्रू समिति (1934) | तेज बहादुर सप्रू | संयुक्त राज्य में बेरोजगारी के कारणों के अध्यन के लिए |
भारतीय मापन समिति(1935) | लैरी हामंड | संघीय सभा में श्रम व्यवस्था का समावेश करने के लिए |
राष्ट्रीय योजना समिति(1938) | जवाहर लाल नेहरू | आर्थिक योजना तैयार करने के लिए |
सर्जंट योजना(1944) | जॉन सर्जंट | ब्रिटेन जैसी मानक शिक्षा को बढ़ाने के लिए |
अकाल जांच कमिशन (वुडहेड दुर्भिक्ष जाँच के आयोग)(1943-44) | बंगाल दुर्भिक्ष के कारणों की जाँच करने के लिए | बंगाल दुर्भिक्ष के कारणों की जाँच करने के लिए |