इस अध्याय के माध्यम से हम जानेंगे रखमाबाई राऊत (Rukhmabai Raut) से जुड़े महत्वपूर्ण एवं रोचक तथ्य जैसे उनकी व्यक्तिगत जानकारी, शिक्षा तथा करियर, उपलब्धि तथा सम्मानित पुरस्कार और भी अन्य जानकारियाँ। इस विषय में दिए गए रखमाबाई राऊत से जुड़े महत्वपूर्ण तथ्यों को एकत्रित किया गया है जिसे पढ़कर आपको प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने में मदद मिलेगी। Rukhmabai Raut Biography and Interesting Facts in Hindi.
रखमाबाई राऊत का संक्षिप्त सामान्य ज्ञान
नाम | रखमाबाई राऊत (Rukhmabai Raut) |
उपनाम | रखमाबाई जनार्दन सावे |
जन्म की तारीख | 22 नवम्बर |
जन्म स्थान | मुंबई, महाराष्ट्र (ब्रिटिश भारत) |
निधन तिथि | 25 सितंबर |
माता व पिता का नाम | जयंतिबाई / जनार्दन पांडुरंग |
उपलब्धि | 1894 - भारत की पहली महिला डॉक्टर |
पेशा / देश | महिला / चिकित्सक / भारत |
रखमाबाई राऊत - भारत की पहली महिला डॉक्टर (1894)
रखमाबाई राऊत भारत की प्रथम महिला चिकित्सक थीं। रखमाबाई का जन्म मुंबई में 22 नवंबर 1864 को मुंबई, महाराष्ट्र (ब्रिटिश भारत) में एक बढ़ई समुदाय में हुआ था। इंटरनेट सर्च कंपनी गूगल इंडिया ने 22 नवम्बर, 2017 को रखमाबाई राउत के 153वें जन्मदिन पर डूडल के जरिए उन्हें श्रद्धांजलि भी अर्पित की है। इस डूडल में रखमाबाई को साड़ी में स्टेथोस्कोप के साथ दिखाया गया हैं, उनके पीछे वार्ड का चित्र है, जिसमें मरीज लेटे हुए और नर्स काम करती हुई दिखाई दे रही हैं। वह एक बेहतरीन डॉक्टर के साथ-साथ प्रखर नारीवादी महिला भी थीं।
रखमाबाई राऊत प्रश्नोत्तर (FAQs):
रखमाबाई राऊत का जन्म 22 नवम्बर 1864 को मुंबई, महाराष्ट्र (ब्रिटिश भारत) में हुआ था।
रखमाबाई राऊत को 1894 में भारत की पहली महिला डॉक्टर के रूप में जाना जाता है।
रखमाबाई राऊत की मृत्यु 25 सितंबर 1955 को हुई थी।
रखमाबाई राऊत के पिता का नाम जनार्दन पांडुरंग था।
रखमाबाई राऊत की माता का नाम जयंतिबाई था।
रखमाबाई राऊत को रखमाबाई जनार्दन सावे के उपनाम से जाना जाता है।