भारत के प्रमुख शहरों व राज्यों के भौगोलिक उपनाम: 

यहां पर भारत के प्रमुख शहरों व राज्यों के भौगोलिक उपनाम के बारे में सामान्य जानकारी दी गयी है। विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में भारत के प्रमुख शहरों व राज्यों के भौगोलिक उपनामो के आधार पर कुछ प्रश्न अवश्य पूछे जाते है, इसलिए यह आपकी सभी प्रकार की परीक्षा की तैयारी के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। आइये जानते है भारत के कौन-से शहर को किस भौगोलिक उपनाम से जाना जाता है:-

भारत के विभिन्न शहरो व राज्य के भौगोलिक उपनामों की सूची:

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  Last update :  Sat 15 Oct 2022
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उपनाम वास्तविक नाम
भारत का मैनचेस्टर अहमदाबाद
भारत का मैनचेस्टर नाम से भारत के तीन शहर प्रसिद्ध है पहला पूरे भारत का मैनचेस्टर गुजरात राज्य के शहर अहमदाबाद को कहा जाता है। दूसरा उत्तरी भारत का मैनचेस्टर उत्तर प्रदेश राज्य के कानपुर शहर को कहा जाता है तथा दक्षिण भारत का मैनचेस्टर तमिलनाडु के कोयम्बटूर को कहा जाता है।
बिहार का शोक कोसी नदी
कोसी नदी या कोशी नदी नेपाल में हिमालय से निकलती है और बिहार में भीम नगर के रास्ते से भारत प्रज्वल में दाखिल होती है। इसमें आने वाली बाढ से बिहार में बहुत तबाही होती है जिससे इस नदी को 'बिहार का अभिशाप (बिहार क शोक)'कहा जाता है।
राजस्थान का हृदय अजमेर
शाहजहाँ ने अजमेर को अपने अस्थायी निवास-स्थान के लिए चुना था। निकटवर्ती तारागढ़ की पहाड़ी पर भी उसने एक दुर्ग-प्रासाद का निर्माण करवाया था, जिसे विशप हेबर ने भारत का जिब्राल्टर कहा है। यह निश्चित है, मुगलकाल में अजमेर को अपनी महत्त्वपूर्ण स्थिति के कारण राजस्थान का नाक़ा समझा जाता था।
पांच नदियों के भूमि पंजाब
पंजाब राज्य को पांच नदियों की भूमि कहते है । पंजाब का अर्थ है -पांच नदियों का क्षेत्र पांच नदियां है- झेलम, व्यास, सतलुज, रावी, चिनाब, पंजाब.
भारत का हॉलीवुड मुंबई
मुंबई को भारत का हॉलीवुड कहा जाता है। मुंबई को भारत का हॉलीवुड कहने का कारण यह है कि भारत का फ़िल्म उद्योग पूरी तरह मुंबई में ही आधारित है। भारतीय फिल्म उद्योग विश्व के बड़े फ़िल्म उद्योग में शामिल है
राजस्थान का गौरव चित्तौड़गढ़
चित्तौड़गढ़ इतिहास की सबसे खूनी लड़ाईयों का गवाह है। यहाँ तीन महान आख्यान और पराक्रम के कुछ सर्वाधिक वीरोचित कार्य देखे हैं जो अभी भी स्थानीय गायकों द्वारा गाए जाते हैं। अर्थात इतिहास में केवल चित्तौड़गढ़ ही एक ऐसा राज्य था जिस पर कब्जा करने के लिए बड़े बड़े शासकों को अपनी एडी चोटी का ज़ोर लगाना पड़ा था। लेकिन वे फिर भी असफल हुए थे। इसी कारण चित्तौड़गढ़ को राजस्थान का गौरव कहा जाता है।
ब्लू माउंटेंन नीलगिरि की पहाड़ियां
नीलगिरि का अर्थ है “नीला पर्वत”। नीला पर्वत का पूरा क्षेत्र नीलगिरि के वर्तमान जिले का गठन करता है। लगभग  2,280 और 2,290 मीटर के बीच नीलगिरि पहाड़ियों पर पूरा दृश्य नीला दिखाई देता है जिसके कारण इसे ब्लू माउंटेन के नाम से जाना जाता है।
भारत का पिट्सबर्ग या इस्पात नगरी जमशेदपुर
खनिज पदार्थों की प्रचुर मात्रा में उपलब्धता और खड़कई तथा सुवर्णरेखा नदी के आसानी से उपलब्ध पानी, तथा कोलकाता से नजदीकी के कारण यहाँ आज के आधुनिक शहर का पहला बीज बोया गया। जमशेदपुर आज भारत के सबसे प्रगतिशील औद्योगिक नगरों में से एक है। इसलिए उसे भारत का भारत का पिट्सबर्ग या इस्पात नगरी कहा जाता है।
धान का कटोरा छत्तीसगढ़
छत्तीसगढ़ को धान (चावल) का कटोरा कहा जाता है क्योंकि यहाँ धान का उत्पादन अत्यधिक मात्रा में किया जाता है।
बंगाल का शोक दामोदर नदी
पहले दामोदर नदी अपनी बाढ़ों के लिए कुख्यात थी। इस नदी को पहले बंगाल का शोक कहा जाता था। दामोदर नदी झारखण्ड के छोटा नागपुर क्षेत्र से निकलकर पश्चिमी बंगाल में पहुँचती है।
पर्वतों की रानी मसूरी
मसूरी भारत के उत्तराखण्ड राज्य का एक पर्वतीय नगर है यह पर्वतीय पर्यटन स्थल हिमालय पर्वतमाला के मध्य हिमालय श्रेणी में पड़ता है, जिसे पर्वतों की रानी भी कहा जाता है। पूरे वर्ष यहाँ सबसे ज्यादा पर्यटक घूमने आते हैं।
फलों की डलिया हिमाचल प्रदेश
हिमाचल को फलों की डलिया इसलिए कहा जाता हैं क्योंकि फल एवं सब्जियाँ उत्पादन करने में उसका प्रमुख स्थान हैं।
भारत का प्रवेश द्वार मुंबई
मुंबई बन्दरगाह भारतवर्ष का सर्वश्रेष्ठ सामुद्रिक बन्दरगाह है। मुम्बई का तट कटा-फटा है जिसके कारण इसका पोताश्रय प्राकृतिक एवं सुरक्षित है। यूरोप, अमेरिका, अफ़्रीका आदि पश्चिमी देशों से जलमार्ग या वायुमार्ग से आनेवाले जहाज यात्री एवं पर्यटक सर्वप्रथम मुम्बई ही आते हैं, इसलिए मुम्बई को भारत का प्रवेशद्वार कहा जाता है।
समुद्र पुत्र लक्षद्वीप
लक्षद्वीप एक विशाल समुद्रमग्न पर्वत-शृंखला चागोस-लक्षद्वीप प्रवाल भित्ति के सबसे उपरी हिस्से हैं। केवल थोड़ा सा वनस्पति रहित रेतीला हिस्सा पानी के निशान से ऊपर है। जलमग्न बालू तट भी जलमग्न प्रवाल द्वीप हैं। इसी कारण इसे समुद्र पुत्र के नाम से भी जाना जाता है।
कर्नाटक का रत्न मैसूर
मैसूर को कर्नाटक का रत्न इसलिए कहा जाता है। क्योंकि इतिहास में कर्नाटक राज्य को मैसूर के नाम से जाना था इसे मैसूर में बने मैसूर पैलेस के कारण भी इसे कर्नाटक का रत्न कहा जाता है।
भारत का बगीचा बंगलुरु
भारत का बगीचा शहर, बैंगलोर उन यात्रियों के लिए एक आदर्श स्थान है, जो प्रकृति से प्यार करते हैं और जो हरे भरे वातावरण में रहना पसंद करते हैं। इसलिए बैंगलोर जाएँ और अनुभव करें कि आप पेड़ों के बीच कितने नए अनुभव करते हैं। बंगलौर को भारत के गार्डन सिटी भी कहा जाता है।
दक्षिण का कश्मीर केरल
कहा जाता है कि "चेर - स्थल", 'कीचड़' और "अलम-प्रदेश" शब्दों के योग से चेरलम बना था, जो बाद में केरल बन गया। केरल शब्द का एक और अर्थ है : - वह भूभाग जो समुद्र से निकला हो। समुद्र और पर्वत के संगम स्थान केरल को इसी करण 'दक्षिण का कश्मीर' कहा जाता है।
त्योहारों का नगर मदुरै
इस शहर को अपने प्राचीन मंदिरों के लिये जाना जाता है। इस शहर को कई अन्य नामों से बुलाते हैं, जैसे कूडल मानगर, तुंगानगर (कभी ना सोने वाली नगरी), मल्लिगई मानगर (मोगरे की नगरी) था यहां का मुख्य आकर्षण मीनाक्षी मंदिर है जिसके ऊंचे गोपुरम और दुर्लभ मूर्तिशिल्प श्रद्धालुओं और सैलानियों को आकर्षित करते हैं। इस कारणं इसे मंदिरों का शहर भी कहते हैं।
भारत का मसालों का बगीचा केरल
केला, नारियल, सुपारी, कसावा, चाय, काफी, वनीला, रबर, पान, हल्दी तथा बडी संख्या में औषधीय पौधे आदि यहाँ की मुख्य फसले हैं। इनके अतिरिक्त केरल में विभिन्न वर्कर के मसाले जैसे कालीमिर्च, छोटी इलायची, लौंग, जायफक, अदरख, आदि की खेती बहुतायत से की जाती है, जिसके कारण इसे "मसालों का बगीचा" कहा जाता है।
भारत का पेरिस जयपुर
महाराज सवाई रामसिंह ने इंग्लैंड की महारानी एलिज़ाबेथ और प्रिंस ऑफ वेल्स युवराज अल्बर्ट के स्वागत में पूरे शहर को गुलाबी रंग से आच्छादित करवा दिया था। तभी से शहर का नाम गुलाबी नगरी पड़ा है। जयपुर को भारत का पेरिस भी कहा जाता है।
दक्षिण की रानी (क्वीन ऑफ डेकन) पुणे
इसे 'क्‍वीन ऑफ़ द डेक्‍कन' के नाम से भी जाना जाता है. डेक्‍कन की रानी के नाम से विख्यात पुणे मराठियों की सांस्कृतिक राजधानी है पुणे भारत का सातवां सबसे बड़ा शहर व महाराष्ट्र का दूसरा सबसे बड़ा शहर है. इस शहर में अनेक नामांकित शिक्षण संस्था होने के कारण इसे पूरब का ऑक्सफ़ोर्ड भी कहा जाता है।
भारत का स्विट्जरलैंड कश्मीर
स्विट्जरलैंड के पर्वतीय ढाल हिम से ढके रहते हैं, जबकि कश्मीर के पर्वतीय ढाल भी पूरे वर्ष हिम से ढके रहते हैं। यही कारण है कि इसकी तुलना स्विट्जरलैंड के साथ की जाती है।
नवाबों का नगर लखनऊ
लखनऊ उस क्ष्रेत्र मे स्थित है जिसे ऐतिहासिक रूप से अवध क्षेत्र के नाम से जाना जाता था। लखनऊ हमेशा से एक बहुसांस्कृतिक शहर रहा है। यहाँ के शिया नवाबों द्वारा शिष्टाचार, खूबसूरत उद्यानों, कविता, संगीत और बढ़िया व्यंजनों को हमेशा संरक्षण दिया गया। लखनऊ को "नवाबों के शहर" के रूप में भी जाना जाता है।
दक्षिण गंगा गोदावरी नदी
गोदावरी प्रायद्वीपीय क्षेत्र की सबसे बड़ी नदी है। इसकी लम्बी दूरी तय करने और वृहत क्षेत्रो में फैले होने के कारण गोदावरी नदी को दक्षिणी गंगा के नाम से जाना जाता है। यह नदी महाराष्ट्र के नासिक जिले में पश्चिमी ढाल से निकलती है और पूर्व की ओर प्रवाहित होती हुई बंगाल की खाड़ी में जाकर मिल जाती है।
दक्षिण भारत की गंगा कावेरी
कावेरी नदी पश्चिमी घाट के ब्रह्मगिरी पर्वत से निकली है यह नदी कर्नाटक और तमिलनाडु राज्य में बहती है इस नदी में वर्षभर जल रहता है. इस नदी को दक्षिण भारत की गंगा भी कहते है। कावेरी नदी के जल के बंटवारे को लेकर तमिलनाडु और कर्नाटक राज्यों में गम्भीर विवाद भी है जो कावेरी जल विवाद नाम से प्रसिद्ध है।
डायमंड हार्बर हाजीपुर
पहले हाजीपुर के नाम से जाने जाने वाले इस शहर का नाम अंग्रेजों ने डायमंड हार्बर रखा था। इसे समुद्र में जाने वाले जहाजों के लिए एक सुरक्षित विश्राम स्थल माना जाता था और इससे नदी के दृश्य दिखाई देते थे। रूपनारायण नदी के हुगली नदी में मिलने के बाद, नदी दक्षिण की ओर झुकती है और एक विशाल जल विस्तार के रूप में फैलती है
महलों का शहर कोलकाता
कोलकाता देश भर में सिटी ऑफ़ पाल्सेस और सिटी ऑफ़ जॉय के तोर पर विख्यात है। यह हुगली नदी के पूर्वी तट पर स्थित एक शहर है और पश्चिम बंगाल की राजधानी है। कोलकाता को 19 वीं शताब्दी के दौरान ब्रिटिश राज द्वारा निर्मित भवनों की संख्या के कारण महलों के शहर के रूप में जाना जाता है।
भारत का दिल मध्यप्रदेश
भारत का दिल कहे जाने वाले मध्य प्रदेश का 1 नवम्बर, 1956 को गठन हुआ था। तभी से यह दिन प्रदेश के स्थापना दिवस के रूप में मनाया जाता है। मध्यप्रदेश को अपने राजसी स्मारकों और प्रसिद्द इतिहास के लिए भी जाना जाता है। अपनी ऐतिहासिक घटनाओं के चलते यहां पर कई पर्यटन स्थल हैं।
सात टापुओं का नगर मुंबई
सात टापुओं का शहर मुम्बई को कहा जाता है, प्राचीन समय मे ये सभी टापू बहुत प्रचलित थी, बाद में संयुक्त रूप में इसे मुम्बई कहा गया।
अरब सागर की रानी कोच्चि
कोच्चि को अरब सागर की रानी कहा जाता है। कोचीन मछुआरों का एक महत्त्वहीन सा गाँव था, बाद में अरब सागर के पश्चजल और घाटों से उतरने वाली जलधाराओं ने गाँव को मुख्यभूमि से अलग कर दिया, जिससे यह भूमिबद्ध बंदरगाह भारत के दक्षिण-पश्चिम तट के सर्वाधिक सुरक्षित बंदरगाहों में से एक बन गया।
राष्ट्रीय राजमार्गों का चौराहा कानपुर
देश के प्रमुख शहरों से कानपुर सड़क मार्ग से जुड़ा हुआ है। राष्ट्रीय राजमार्ग 2 इसे दिल्ली, इलाहाबाद, आगरा और कोलकाता से जोड़ता है, जबकि राष्ट्रीय राजमार्ग 25 कानपुर को लखनऊ, झांसी और शिवपुरी आदि शहरों से जोड़ता है।
झीलों का नगर श्रीनगर
श्रीनगर को झीलों का नगर इसलिए कहा जाता है, क्योंकि यहाँ कई छोटी और बड़ी झीलें हैं। यहाँ बहुत सारे तालाब पर्यटक स्थल के लिए प्रसिद्ध हैं, जिनमें से बड़ा तालाब सबसे प्रमुख है।
पिंक सिटी (गुलाबी नगरी) जयपुर
महाराज सवाई रामसिंह ने इंग्लैंड की महारानी एलिज़ाबेथ और प्रिंस ऑफ वेल्स युवराज अल्बर्ट के स्वागत में पूरे शहर को गुलाबी रंग से आच्छादित करवा दिया था। तभी से शहर का नाम गुलाबी नगरी पड़ा है। जयपुर को भारत का पेरिस भी कहा जाता है।
पुलों की नगरी श्रीनगर
श्रीनगर भारत के जम्मू और कश्मीर प्रान्त की राजधानी है। और श्रीनगर एक बर्फ़ीला पहाड़ी क्षेत्र है, जिसके कारण यहाँ से कई नदियाँ होकर गुजरती हैं जिससे यहाँ कई पुल बने हुये हैं इसी कारण इसे पुलों की नगरी भी कहा जाता है।
मंदिरों एवं घाटों का नगर वाराणसी
वाराणसी शहर को कई उपनाम भी मिले हैं, जैसे- 'मंदिरों का शहर', 'भारत की पवित्र नगरी', 'भारत की धार्मिक राजधानी' आदि।
उत्तर भारत का मैनचेस्टर कानपूर
मानचेस्टर नाम का शहर इंग्लैंड में बसा हुआ है और कपड़ा उद्योग के लिए प्रसिद्ध है. यह यूरोप में कपड़ा क्षेत्र का गढ़ भी है. इस नाम की भारत से जुड़ने की कहानी तब शुरू हुई जब भारत में ब्रिटिश राज हुआ करता था. ... इसी वजह से कपड़े उद्योग में अग्रणी होने के कारण ही कानपूर को भारत का मैनचेस्टर कहा जाने लगा.
स्वर्ण मंदिर का शहर अमृतसर
पूरा अमृतसर शहर स्वर्ण मंदिर के चारों तरफ बसा हुआ है। अमृतसर का नाम वास्तव में उस सरोवर के नाम पर रखा गया है जिसका निर्माण गुरु राम दास ने स्वयं अपने हाथों से किया था। यह गुरुद्वारा इसी सरोवर के बीचोबीच स्थित है। इस गुरुद्वारे का बाहरी हिस्सा सोने का बना हुआ है, इसलिए इसे 'स्वर्ण मंदिर' के नाम से भी जाना जाता है।
पूर्व का वेसिन कोचीन
कोच्चि 14वीं शताब्दी से ही भारत की पश्चिमी तटरेखा का मसालों का व्यापार केन्द्र रहा है और इसे अरब सागर की रानी और पूर्व का वेनिस के नाम से जाना जाता था। 1503 में यहाँ पुर्तगालियों का आधिपत्य हुआ और यह उपनिवेशीय भारत की प्रथम यूरोपीय कालोनी बना।
जुड़वां नगर हैदरबाद और सिकंदराबाद
हैदराबाद और सिकंदराबाद दोनों ही आज भारत के प्रमुख प्रसिद्ध जुड़वां शहर हैं। यहां का खान पान और भाषा के कारण ये दोनों शहर आज यहां आने वाले पर्यटकों के बीच आकर्षण का प्रमुख केंद्र है। लेकिन इन दोनों शहरो को हुसैन सागर झील दोनों स्थानों को एक दूसरे से अलग करती है।
उत्तर प्रादेश का जावा गोरखपुर
उत्तर प्रदेश के गोरखपुर शहर को भारत का जावा कहा जाता है। क्षेत्र में चीनी मिलों की संख्या अधिक होने के कारण ऐसा सही कहा गया है।
भारत का पिट्सबर्ग जमशेदपुर
जमशेदपुर को भारत का पिट्सबर्ग कहा जाता है क्योंकि इसमें दुनिया की स्टील बनाने वाली राजधानी के साथ सभी समानताएं हैं। दोनों शहर खनिजों में समृद्ध हैं, जल स्रोत आस-पास के शहरों में उपलब्ध हैं। दूसरा कारण यह है कि इस शहर को पिट्सबर्ग के एक इंजीनियर जूलियन कैनेडी (Julian Kennedy) ने डिजाइन किया था।
भारत का मिनी स्विट्जरलैंड खज्जियार जिला (हिमाचल प्रदेश)
खज्जियार का नाम यहां स्थित खाजी नाग के मंदिर के कारण पड़ा माना जाता है। -इस स्थल की भौगोलिक संरचना के कारण इसे भारत का मिनी स्विट्जरलैंड कहा जाता है। - यहां एक ही स्थान पर झील, चरागाह और वन इन तीनों पारिस्थितिक तंत्र का होना एक दुर्लभ संयोग की तरह है।
ईश्वर का निवास स्थान इलाहाबाद
अकबर द्वारा पहले गर का नाम ‘इलाहाबास’ रखा गया था अथवा ‘इलाहाबाद’ इतिहासकारों का कथन एक दूसरे से पूर्णतया नहीं मिलता। अकबर के प्रसिद्ध इतिहासकार अबुल फ़जल ने ‘आईने अकबरी’ मे कोई सन संवत न देकर केवल इतना लिखा है कि “यह स्थान प्राचीन काल से ‘पयाग’ (प्रयाग) कहलाता था। बादशाह ने इसका नाम ‘इलाहाबास’ रखा, जिसका अर्थ ‘ईश्वर का निवास स्थान’ होता है।
झीलों का शहर उदयपुर (राजस्थान)
उदयपुर को झीलों का शहर इसलिए कहा जाता हैं कि उदयपुर में बहुत सारी झीलों का निर्माण किया गया है। जो उदयपुर की शोभा को बढ़ाती है। उदयपुर में कई झीलें घूमने लायक है जैसे फतेहसागर, पिछोला,उदयसागर, दूधतलाई, बड़ी तालाब आदि। ओर उदयपुर में ही कई सारी झीले नही है बल्कि उदयपुर के आसपास की जगहों पर भी कई सारी झीलें है।
बगीचों का शहर कपूरथला
यह शहर अपनी विशिष्ट वास्तुकला और उद्यानों के कारण पंजाब में एक प्रसिद्ध पर्यटक आकर्षण है। इसलिए इसे महलों और उद्यानों के शहर के रूप में भी जाना जाता है।
सुपर प्रसारित नगर चेन्नई
चेन्नई को सुपर प्रसारित नगर कहते हैं यहाँ अनेक दर्शनीय स्थल हैं जिनमें मद्रास विश्वविद्यालय, चेपॉक महल, मत्स्य पालन केन्द्र, कपिलेश्वर और पार्थसारथी का मंदिर, अजायबघर और चिड़ियाघर आदि प्रमुख हैं। चेन्नई का एक अन्य महत्वपूर्ण आकर्षण है सेंट जॉर्ज फोर्ट। इसे सन्‌ 1640 में ईस्ट इंडिया कंपनी के फ्रांसिंस डे ने बनाया था।
सूर्यनगरी जोधपुर
जोधपुर थार के रेगिस्तान के बीच अपने ढेरों शानदार महलों, दुर्गों और मन्दिरों वाला प्रसिद्ध पर्यटन स्थल भी है। वर्ष पर्यन्त चमकते सूर्य वाले मौसम के कारण इसे "सूर्य नगरी" भी कहा जाता है। यहां स्थित मेहरानगढ़ दुर्ग को घेरे हुए हजारों नीले मकानों के कारण इसे "नीली नगरी" के नाम से भी जाना जाता था।
पेठा नगरी आगरा
आगरा शहर को पेठा की नगरी कहा जाता है, यहां पर पेठे को बहुत सी किसमे मिलती है, जो बहुत ही स्वादिस्ट होती हैं पंक्षी पेठा यहां का प्रशिद्ध उत्पाद है।
मंदिरों और घाटों का नगर वाराणसी
वाराणसी भारत के उत्तर प्रदेश राज्य का एक प्रसिद्ध नगर है। इसे 'बनारस' और 'काशी' भी कहते हैं। इसे हिन्दू धर्म में एक पवित्र नगर माना गया है और इसे अविमुक्त क्षेत्र कहा जाता है। इसके अलावा बौद्ध एवं जैन धर्म में भी यह एक महत्वपूर्ण शहर है। यह संसार के प्राचीन बसे शहरों में से एक है।
ताला नगरी अलीगढ़
उत्तर प्रदेश में स्थित अलीगढ़ शहर को ताला नगरी के नाम से जाना जाता है। अलीगढ़ उत्तर प्रदेश (Aligarh Uttar Pradesh) – यह नगर तालों के निर्माण के लिए प्रसिद्ध है, इसलिए इसे तालानगरी के नाम से भी जाना जाता है। अलीगढ़ जिले को पहले कोल क्षेत्र के नाम से जाना जाता था।
खुशबुओं का शहर कन्नौज
शहर का नाम संस्कृत के कान्यकुब्ज (Kānyakubja) शब्द से बना है। कन्नौज एक प्राचीन नगरी है एवम् कभी हिंदू साम्राज्य की राजधानी के रूप में प्रतिष्ठित रहा है।
सुरमा नगरी बरेली
रामगंगा तट पर बसा यह शहर रोहिलखंड के ऐतिसाहिक क्षेत्र की राजाधानी था। बरेली शहर ने जरी से कारीगरी, बांस फर्नीचर से लेकर व्यापार के हर क्षेत्र में अपनी अलग पहचान बनाई है। यहां का सुरमा भी किसी पहचान का मोहताज नहीं है। दूर-दूर से लोग यहां से सुरमा लेकर जाते हैं।
बुनकरों का शहर पानीपत
बुनकरों का शहर पानीपत का नाम मेहनतकश कारीगरों की बदौलत पूरे विश्व में प्रसिद्ध है। छोटे से लेकर बड़े-बड़े उद्योगों में लाखों कारीगर काम कर रहे हैं। ताने-बाने पर जब बुनकरों की उंगलियां चलती है तो एक से बढ़कर एक डिजाइन अपने आप बनता चला जाता है। पहले यहां सिर्फ खड्डियों पर कंबल, खेस और दरियां बनती थी।
इलेक्‍ट्रॉनिक नगर बेंगलुरु
भारत का इलेक्ट्रॉनिक नगर बैंगलोर को जाना जाता है। क्योंकि बैंगलोर एक ऐसा नगर है जहां पर इलेक्ट्रॉनिक से सम्बंधित व अन्य नई चीजों की खोज की जाती है या उन पर एक्सपेरिमेंट भी किया जाता है। यहाँ पर 800 एकड़ में भारत का एक मात्र इलेक्ट्रॉनिक पार्क बनाया गया है। यहाँ पर कई बड़ी बड़ी इलक्ट्रोनिक कंपनी है।
रैलियों का नगर दिल्ली
भारत की राजधानी नई दिल्ली को रैलियों का शहर कहा जाता है। दिल्ली को रैलियों का शहर कहे जाने का कारण यह है कि भारत के सत्ता का केंद्र होने के कारण यहां साल के लगभग प्रत्येक दिन किसी न किसी बात को ले कर लोग रैली, धरने इत्यादि का आयोजन करते ही रहते हैं। नई दिल्ली का जंतर मंतर रैली के लिए विश्व प्रसिद्ध है।
पहाड़ी की मल्लिका नेतरहाट
नेतरहाट एक पहाड़ी पर्यटन-स्थल है। यह समुद्र सतह से 3622 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। रांची से यह करीब 150 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। प्रकृति ने इसे बहुत ही खूबसूरती से संवारा है।
कोयला नगरी धनबाद
कोयले के अलावा इन खदानों में विभिन्न प्रकार के खनिज भी पाए जाते हैं। खदानों के लिए धनबाद पूरे विश्‍व में प्रसिद्ध है। यह खदानें धनबाद की अर्थव्यवस्था की रीढ़ हैं। पर्यटन के लिहाज से भी यह खदानें काफी महत्वपूर्ण हैं क्योंकि पर्यटक बड़ी संख्या में इन खदानों को देखने आते हैं।