विश्व दुग्ध दिवस संक्षिप्त तथ्य
कार्यक्रम नाम | विश्व दुग्ध दिवस (World Milk Day) |
कार्यक्रम दिनांक | 01 / जून |
कार्यक्रम की शुरुआत | 01 जून 2001 |
कार्यक्रम का स्तर | अंतरराष्ट्रीय दिवस |
कार्यक्रम आयोजक | खाद्य और कृषि संगठन |
विश्व दुग्ध दिवस का संक्षिप्त विवरण
विश्व दुग्ध दिवस संयुक्त राष्ट्र के खाद्य और कृषि संगठन (एफएओ) द्वारा स्थापित एक अंतर्राष्ट्रीय दिवस है, जो वैश्विक भोजन के रूप में दूध के महत्व को पहचानता है। यह 2001 से प्रत्येक वर्ष 1 जून को देखा जाता है। इस दिन का उद्देश्य डेयरी क्षेत्र से जुड़ी गतिविधियों पर ध्यान देने का अवसर प्रदान करना है।
विश्व दुग्ध दिवस का इतिहास
संयुक्त राष्ट्र खाद्य और कृषि संगठन (एफएओ) द्वारा पूरे विश्व में 01 जून, 2001 को पहली बार विश्व दुग्ध दिवस मनाया गया था।एफएओ ने लोगों को दुग्ध एवं दुग्ध उत्पादों को दैनिक आहार के रूप में अपनाये जाने हेतु प्रोत्साहित किया है।
विश्व दुग्ध दिवस का उद्देश्य
इस दिवस को मनाने का उद्देश्य विश्व भर में दूध की उपयोगिता की ओर जनता का ध्यान आकर्षित करना एवं दूध और डेयरी उद्योग से जुड़ी गतिविधियों को दुग्ध पर ध्यान देने और प्रचार करने का अवसर प्रदान करता है। इस दिवस के तहत लोगों को दुग्ध उत्पादों से परिचित कराया जाता है तथा इसके पौष्टिक लाभों से लोगों को जागरुक किया जाता है।
विश्व दुग्ध दिवस विषय (Theme)
- विश्व दुग्ध दिवस 2012 का विषय (थीम) था- “ताजा दूध पीयें, शरीर फिट रहे, दिमाग तेज”।
- विश्व दुग्ध दिवस 2013 का विषय (थीम) था- “दक्षिणपूर्व एशिया क्षेत्र के समृद्धि और स्वास्थ्य के लिये दूध”।
- विश्व दुग्ध दिवस 2014 का विषय (थीम) था- “मानव के लिये पहला भोजन दूध है” और “विश्व स्तरीय पोषण”।
- विश्व दुग्ध दिवस 2015 का विषय (थीम) था- “दूध मानव के लिए पहला भोजन है” (Milk is the First Food for Human)।
- विश्व दुग्ध दिवस 2017 का विषय (थीम) था- "दूध के लिए एक गिलास उठाओ"।
- विश्व दुग्ध दिवस 2018 का विषय (थीम) था-"पीओ मजबूत हो जाओ"(Drink Move Be Strong)।
- विश्व दुग्ध दिवस 2019 का विषय (थीम) था-"दूध पिएं: आज और हर दिन"(Drink Milk: Today and Every day)।
- विश्व दुग्ध दिवस 2020 का विषय (थीम) था-"20वीं वर्षगांठ समारोह"(The 20th-anniversary celebrations)।
- विश्व दुग्ध दिवस 2021 का विषय (थीम) था-"डेयरी क्षेत्र में स्थिरता"(Sustainability in the Dairy Sector)।
- विश्व दुग्ध दिवस 2022 का विषय (थीम) था-"डेयरी नेट जीरो"(Dairy Net Zero)।
विश्व दुग्ध दिवस के बारे में अन्य विवरण
राष्ट्रीय दुग्ध दिवस कब मनाया जाता है?
भारत में श्वेत क्रांति के जनक डॉ. वर्गीज कुरियन के जन्मदिवस को "राष्ट्रीय दुग्ध दिवस" के रूप में मनाया जाता है। इंडियन डेयरी एसोसिएशन (IDA) द्वारा पहली बार राष्ट्रीय दुग्ध दिवस 26 नवंबर, 2014 को मनाया गया था।भारत में दुग्ध दिवस से जुड़े महत्वपूर्ण तथ्य:
- भारत पिछले 15 वर्षों से दुग्ध उत्पादन के क्षेत्र में विश्वभर में अग्रणी है।
- वर्ष 2011-14 में 398 मिलियन टन दूध का उत्पादन हुआ था जो वर्ष 2014-17 में 16.9 प्रतिशत बढ़कर 465.5 मिलियन टन हो गया।
- वर्ष 2011-14 में किसानों की आमदनी 29 रुपये प्रति लीटर थी जो वर्ष 2014-17 में 13.79 प्रतिशत बढ़कर 33 रुपये प्रति लीटर हो गई।
- भारत में दुग्ध क्रांति के जनक डॉ. वर्गीज कुरियन थे।
- देश में पहली बार राष्ट्रीय गोकुल मिशन नामक एक नई पहल की गई है।
- इसका उद्देश्य देशी बोवाईन नस्लों का संरक्षण तथा विकास करना है।
- इस मिशन के अंतर्गत देश में पहली बार ई-पशु हाट पोर्टल स्थापित किया गया।
- देशी नस्लों को समग्र और वैज्ञानिक रूप से विकसित तथा संरक्षित करने के लिए उत्कृष्टता केंद्र के रूप में कार्य करने हेतु मध्य प्रदेश तथा आंध्र प्रदेश में "राष्ट्रीय कामधेनु प्रजनन केंद्रों" की स्थापना की जा रही है।
जून माह के महत्वपूर्ण दिवस की सूची - (राष्ट्रीय दिवस एवं अंतराष्ट्रीय दिवस):
विश्व दुग्ध दिवस प्रश्नोत्तर (FAQs):
विश्व दुग्ध दिवस प्रत्येक वर्ष 01 जून को मनाया जाता है।
हाँ, विश्व दुग्ध दिवस एक अंतरराष्ट्रीय दिवस है, जिसे पूरे विश्व हम प्रत्येक वर्ष 01 जून को मानते हैं।
विश्व दुग्ध दिवस की शुरुआत 01 जून 2001 को की गई थी।
विश्व दुग्ध दिवस प्रत्येक वर्ष खाद्य और कृषि संगठन द्वारा मनाया जाता है।