WORLD OCEAN DAY (08 JUNE) HISTORY, SIGNIFICANCE, THEME AND OBSERVATION IN HINDI
विश्व महासागर दिवस संक्षिप्त तथ्य
कार्यक्रम नाम | विश्व महासागर दिवस (World Ocean Day) |
कार्यक्रम दिनांक | 08 / जून |
कार्यक्रम की शुरुआत | 2008 |
कार्यक्रम का स्तर | अंतरराष्ट्रीय |
कार्यक्रम आयोजक | संयुक्त राष्ट्र महासभा |
विश्व महासागर दिवस का संक्षिप्त विवरण
विश्व महासागरीय दिवस एक अंतर्राष्ट्रीय दिवस है जो सालाना 8 जून को होता है। इस अवधारणा को मूल रूप से 1992 में कनाडा के इंटरनेशनल सेंटर फॉर ओशन डेवलपमेंट (ICOD) और ओशियन इंस्टीट्यूट ऑफ कनाडा (OIC) द्वारा अर्थ समिट - पर्यावरण और विकास पर संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन (UNCED) में रियो डी जनेरियो, ब्राजील में प्रस्तावित किया गया था। "विश्व महासागरीय दिवस" को आधिकारिक तौर पर 2008 में संयुक्त राष्ट्र द्वारा मान्यता दी गई थी। अंतर्राष्ट्रीय दिवस विश्वव्यापी सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) के कार्यान्वयन का समर्थन करता है और महासागर के संरक्षण और इसके संसाधनों के स्थायी प्रबंधन में सार्वजनिक हित को बढ़ावा देता है।
विश्व महासागर दिवस का इतिहास
वर्ष 1992 में रियो डी जेनेरियो में हुए पृथ्वी सम्मेलन में इस दिवस को मनाने की घोषणा हुई थी। दिसंबर, 2008 में सुयक्त राष्ट्र महासभा ने प्रतिवर्ष 08 जून को "विश्व महासागर दिवस" मनाए जाने की आधिकारिक घोषणा की। प्रथम "विश्व महासागर दिवस" 08 जून, 2009 को मनाया गया था।
विश्व महासागर दिवस का उद्देश्य
इस दिवस का उद्देश्य विश्व में महासागरों की महत्वपूर्ण भूमिका के प्रति लोगों को जागरूक करना है। इसके अलावा महासागर से जुड़े पहलुओं जैसे -खाद्य सुरक्षा, जैव-विविधता, पारिस्थितिक संतुलन,सामुद्रिक संसाधनों के अंधाधुंध उपयोग, जलवायु परिवर्तन आदि पर प्रकाश डालना है।
समुद्र भोजन एवं दवाओं का सबसे बड़ा स्रोत है इसलिए इसके संरक्षण के उपायों के बारे में लोगों को बताना हैं। प्रतिवर्ष विश्व महासागर दिवस के अवसर पर दुनियाभर में महासागर से जुड़े विषयों में विभिन्न प्रकार के आयोजन किए जाते हैं, जिसमें लोगो को महासागर के सकारात्मक अैर नकारात्मक पहलुओं के बारे जानकारी प्रदान की जाती हैं।विश्व महासागर दिवस के बारे में अन्य विवरण
महासागर किसे कहते है?
महासागर हमारी पृथ्वी पर न सिर्फ जीवन का प्रतीक है, बल्कि पर्यावरण संतुलन में भी प्रमुख भूमिका अदा करता है। पृथ्वी पर जीवन का आरंभ महासागरों से माना जाता है। महासागरीय जल में ही पहली बार जीवन का अंकुर फूटा था। आज महासागर असीम जैव विविधता का भंडार है।
महासागर पृथ्वी के लगभग 71 प्रतिशत भाग पर फैले हुए हैं। विश्व के महासागरों एवं सागरों का क्षेत्रफल 367 मिलियन वर्ग किलोमीटर है, जो मंगल ग्रह के क्षेत्रफल का दो गुना तथा चाँद के क्षेत्रफल का नौ गुना है। विश्व का लगभग 98 प्रतिशत जल सागरों में, लगभग 02 प्रतिशत नदियों, झीलों, भूगर्त तथा मिट्टी में है।
जल की बहुतायत के कारण पृथ्वी को "जल ग्रह" कहा जाता है। यदि पृथ्वी के उच्चावच को सागर में डालकर समतल कर दिया जाए तो पूरी पृथ्वी पर सागर की गहराई लगभग 02.25 किलोमीटर होगी। जल के कारण ही पृथ्वी पर जीवन सम्भव हो सका। मुख्यत: पृथ्वी पर पाँच महासागर हैं।
विश्व की सतह पर उपस्थित जल का लगभग 20% हिस्सा महासागरों में पाया जाता है। महासागर में पानी का तापमान और ऑक्सीजन का स्तर समुद्री जीव-जंतुओं को भूमध्य रेखा से बचाए रखने और साथ मिलाकर रखने में मुख्य भूमिका निभाते हैं। महासागर ही समुद्र में जीव-जंतुओं की ऑक्सीजन की उचित आपूर्ति की आश्यकताओं को पूरा करते हैं।
विश्व के प्रमुख 5 महासागर:
महासागर पृथ्वी के लगभग 71% भाग पर फैले हुए हैं। जल की बहुतायत के कारण पृथ्वी को "जल ग्रह" कहा जाता है। विश्व के 5 प्रमुख महासागर निम्नलिखित है:-- प्रशांत महासागर (Pacific Ocean): प्रशान्त महासागर विश्व का सबसे बड़ा तथा सबसे गहरा समुद्र है। यह महासागर पृथ्वी के लगभग 30% भाग में फैला हुआ है। प्रशांत महासागर की आकृति त्रिभुजाकार है। इसका क्षेत्रफल 16,18,00,000 वर्ग कि.मी. है। यह फिलिपींस तट से पनामा तक 9,455 मील चौड़ा तथा बेरिंग जलडमरूमध्य से लेकर दक्षिण अंटार्कटिका तक 10,492 मील लंबा है।
- अटलांटिक महासागर या अंध महासागर(Atlantic Ocean): यह महासागर यूरोप तथा अफ्रीका महाद्वीपों को नई दुनिया के महाद्वीपों से अलग करता है। इस महासागर का आकार लगभग अंग्रेजी अक्षर 8 के समान है। उत्तर में बेरिंग जल डमरूमध्य से लेकर दक्षिण में कोट्सलैंड तक इसकी लंबाई 12,810 मील है। इसका क्षेत्रफल इसके अंतर्गत समुद्रों सहित 4,10,81,040 वर्ग मील है। अंतर्गत समुद्रों को छोड़कर इसका क्षेत्रफल 3,18,14,640 वर्ग मील है।
- हिंद महासागर (Indian Ocean): हिंद महासागर का अधिकांश भाग पृथ्वी के दक्षिणी गोलार्ध में आता है। हिंद महासागर एशिया के दक्षिण में अफ्रीका और आस्ट्रेलिया के बीच फैला हुआ है। इसका क्षेत्रफल 7,35,56,000 वर्ग किलोमीटर है। हिंद महासागर विश्व का तीसरा सबसे बड़ा महासागर है।
- अंटार्कटिक महासागर अथवा दक्षिणी महासागर (Antarctic Ocean): अंटार्कटिक महासागर या दक्षिण ध्रुवीय महासागर अंटार्कटिका महाद्वीप से चारो तरफ से घिरा हुआ है। इसका क्षेत्रफल 1,40,00,000 वर्ग किलोमीटर है
- आर्कटिक महासागर (Arctic Ocean): पृथ्वी के उत्तरी गोलार्ध में स्थित इस महासागर को आर्कटिक महासागर या उत्तरीध्रुवीय महासागर के नाम से जाना जाता है। विश्व के प्रमुख पांच महासागरों में से यह सबसे छोटा और उथला महासागर है। इसका क्षेत्रफल 1,40,00,000 वर्ग कि.मी. है।
जून माह के महत्वपूर्ण दिवस की सूची - (राष्ट्रीय दिवस एवं अंतराष्ट्रीय दिवस):